कोटपुतली:(संजय जोशी)
वन्य जीव हमारी प्रकृति की धरोहर है इन्हे बचाना हमारा कर्तव्य है। इसी क्रम मे पिछले पाँच दिनो मे अलग अलग गांवो मे सोलह नील गाय के बच्चे श्वानो के हमले मे घायल हो गये एवं एक नर नील गाय का पैर टूट गया जिसकी ग्रामीणो ने सूचना एलएसए गोविन्द भारद्वाज को दी सूचना मिलते ही भारद्वाज ने मौके पर अलग अलग गांवो पहुँचकर घायल नील गाय के सभी बच्चो का उपचार किया एवं ग्राम फतेहपुरा खुर्द मे नर नील गाय टूटे हुए पैर के प्लास्टर किया गया।
भारद्वाज ने बताया कि फतेहपुराखुर्द, खेलना ,पंडितपुरा, मांजूकोट ,पावटा ,प्रागपुरा, कल्याणपुरा ,भांकरी आदि गांवो घायल नील गाय के बच्चो का उपचार किया।
इस दौरान जीव प्रेमी दिव्या शर्मा, डॉ गौरीशंकर शर्मा ,मोहित ,सचिन, मनीष, इन्द्राज ,राकेश यादव, मोहनसिंह ,जितेन्द्र, महेन्द्र आदि ने उपचार करवाया ।
दिव्या शर्मा एवं पं डॉ गौरीशंकर शर्मा ने उपचार के के बाद नील के बच्चो को दूध पिलाया एवं रात दिन उपचार करवाकर नील गाय के सोलह बच्चो का जीवन बचाया।
गोरतलब है कि प्लास्टर करते समय नर नील गाय भारद्वाज स्वयं भी चोटिल हो गये फिर भी इन्होने जीवो के प्रति दया दिखाते हुए उपचार किया ।
तहलका डॉट न्यूज