May 2, 2024

देश व प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से गुर्जर सरदार पहुँचे कोटपूतली

शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढऩे व कुरीतियों को दूर करने का लिया संकल्प

विशाल गुर्जर महासम्मेलन में उमड़ी हजारों की भीड़

कोटपूतली:(संजय कुमार जोशी)

कस्बे के राजमार्ग स्थित ग्राम पूतली के श्री देवनारायण मन्दिर में रविवार को अखिल भारतीय गुर्जर महासभा का 113 वाँ राष्ट्रीय महाधिवेशन बड़े ही धुमधाम व हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। महाधिवेशन में भाग लेने के लिए देश व प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से गुर्जर सरदार कोटपूतली पहुँचे। जहाँ हजारों की भीड़ ने अपार जोश व उत्साह के साथ विशाल गुर्जर महासम्मेलन में भाग लिया। महाधिवेशन की शुरूआत महासभा के ध्वजारोहण व चिन्ह लगाने के साथ की गई। रविवार सुबह लगभग 11 बजे शुरू हुआ सम्मेलन शाम 5 बजे तक जारी रहा।

इस दौरान वक्ताओं ने शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढऩे, विशेष रूप से बालिका शिक्षा को आगे बढ़ाने, आर्थिक प्रगति कर रोजगार व उधोग-धंधों को बढ़ाकर बेरोजगारों को नौकरियां देने के साथ-साथ समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने का संकल्प लिया। साथ ही इस सम्बंध में प्रस्ताव भी पारित किये गये। अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. यशवीर सिंह गुर्जर ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए राजस्थान में गुर्जर समाज समेत पाँच जातियों को दिये गये एमबीसी आरक्षण को संविधान में संशोधन कर 9 वीं अनुसूची में डालने की पुरजोर वकालत की। जिसका सभा में मौजूद गुर्जर पंच पटेलों ने हाथ उठाकर समर्थन किया। डॉ. यशवीर सिंह ने यह भी कहा कि आरक्षण का लाभ गरीब व जरूरतमंद तक पहुँचना चाहिये।

उन्होंने सभी से सामाजिक व राजनैतिक क्षेत्र में कंधे से कंधा मिलाकर एवं एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया। टोंक-सवाई माधोपुर सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए गुर्जर आरक्षण आन्दोलन में शहीद हुए लोगों की बेटियों के विवाह में स्वयं की ओर से 5 लाख रूपयों की नकद सहायता देने की घोषणा की। इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. यशवीर सिंह गुर्जर समेत महासभा के प्रदेशाध्यक्ष पुरूषोत्तम फागणा, राष्ट्रीय महासचिव डॉ. जिलेसिंह व रामकेश चपराना, डॉ. रूप सिंह गुर्जर, यूपी से आये सांसद मलुक नागर, कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. बबीता गुर्जर व हरिश भाटी, पूर्व महापौर शील धाबाई, पूर्व न्यायमूर्ति वीएस सराधना, पूर्व आईपीएस भैरूसिंह गुर्जर, पूर्व संसदीय सचिव रामस्वरूप कसाना, राष्ट्रीय सचिव रामसिंह कसाना आदि ने भी सम्बोधित करते हुए गुर्जर समाज से एकजुटता का आह्वान किया।

संचालन पूर्व सरपंच जयराम सिंह गुर्जर ने किया। इस दौरान प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष कन्हैयालाल छावड़ी, महामंत्री राजेश लोमोड़, प्रदेश कोषाध्यक्ष गोविन्द पोषवाल, जयपुर शहर जिलाध्यक्ष रामप्रताप चेची, जयपुर उत्तर जिलाध्यक्ष दीनाराम खटाना, दक्षिण जिलाध्यक्ष श्रवण लताला, डॉ. रामकिशोर, प्रदेश सचिव दिनेश कमान्डेंट, तहसील अध्यक्ष शंकर लाल कसाना आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर पूर्व विधायक रामचन्द्र रावत, प्रधान प्रतिनिधि इन्द्राज रावत, प्रदेश प्रचार मंत्री रोशन हवलदार, मालीराम कम्पाउन्डर, युवा कांग्रेस के विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष राकेश रावत, राजेन्द्र कसाना समेत हजारों की संख्या में गुर्जर समाज के लोग मौजूद थे। महाधिवेशन में भाग लेने के लिए करीब 14 प्रान्तों के प्रदेशाध्यक्ष, विभिन्न राज्यों से गुर्जर समाज के सरदार, पंच पटेल व जनप्रतिनिधि आदि पहुँचे।

निम्न प्रस्ताव किये पारित :- महाधिवेशन में प्रदेश में गुर्जरों को मिलने वाले एमबीसी आरक्षण को संविधान की 9 वीं अनुसूची में डलवाने, जनसंख्या के हिसाब से राजनैतिक दलों द्वारा टिकिट दिये जाने, भीलवाड़ा के आसींद में भगवान श्री देवनारायण के नाम पर विश्वविधालय के निर्माण, धौलपुर जिले के बाड़ी में देव हँस किले को राष्ट्रीय धरोहर घोषित कर रखरखाव किये जाने, देवनारायण बोर्ड का बजट बढ़ाने, राज्य सरकार द्वारा गुर्जर बाहुल्य तहसीलों में देवनारायण आवासीय विधालय खोले जाने पर चर्चा होगी।

गुर्जर आरक्षण आन्दोलन के सभी मुकदमों को वापस लिए जाने व भारतीय सेना में गुर्जर रेजिमेन्ट के गठन की मांग को लेकर राज्य सरकार के पास प्रस्ताव भेजे जायेगें। साथ ही गुर्जर बाहुल्य ईलाकों में नये विधालय, कस्बों में छात्रावास, विधार्थियों के लिए कोचिंग सैन्टर व पुस्तकालय एवं व्यावसायिक प्रशिक्षण केन्द्र, बालिकाओं को शिक्षा व खेलों के क्षेत्र में आगे बढ़ाने, कुरीतियों को दूर करने समेत विभिन्न प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किये गये।

व्यापक रही तैयारियां :- महाधिवेशन को देखते हुए स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा भारी संख्या में पुलिस के जवानों की तैनाती की गई थी। वहीं भामाशाह जाराराम, सुशील कुमार रैया की ओर से आगन्तुकों के लिए भोजन व्यवस्था की गई थी।

वहीं भामाशाह शंकर लाल कसाना की ओर से प्रतीक चिन्ह उपलब्ध करवाये गये। इसके लिए आयोजन स्थल पर विशाल टैण्ट भी लगाया गया था।

इस मौके पर लोक गायक ब्रह्मपाल नागर द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गई।

उल्लेखनीय है कि कोटपूतली में ऐसा अधिवेशन 48 वर्ष पूर्व आयोजित हुआ था। अखिल भारतीय गुर्जर महासभा गुर्जर समाज का सबसे पूराना राष्ट्रीय संगठन है। जिसका महाधिवेशन प्रतिवर्ष अलग-अलग स्थान पर आयोजित किया जाता है। जिसमें देश भर से गुर्जर समाज के पंच पटेल भी भाग लेते है।

तहलका डॉट न्यूज