May 20, 2024

युवक-युवती के गलों पर मिले कट के निशान, प्रेम-प्रसंग का मामला

युवक के विरूद्ध युवती के पिता ने दर्ज करवाया मामला

कोटपूतली :(संजय कुमार जोशी)

निकटवर्ती ग्राम पंचायत भालोजी के एक ज्वार के खेत में रविवार तडक़े बेहोशी की हालत में लहुलुहान युवक-युवती के पड़े मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। दोनों के गलों पर कट लगे होने से काफी मात्रा में खुन भी बिखरा हुआ था। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुँची पुलिस ने परिजनों की मौजूदगी में ही दोनों को उपचार के लिए कस्बा स्थित राजकीय बीडीएम जिला अस्पताल पहुँचाया। प्रथम दृष्टया मामला प्रेम-प्रसंग का बताया जा रहा है। युवक-युवती शनिवार शाम से ही लापता थे। जिनकी तलाश में परिजन जुटे हुए थे।

युवक की उम्र करीब 24 वर्ष, जबकि दलित वर्ग की युवती नाबालिग बताई जा रही है। इस सम्बंध में युवती के पिता ने उक्त युवक के विरूद्ध स्थानीय थाने में अपहरण, जानलेवा हमला व दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया है। पुलिस के अनुसार युवक ग्राम बसई, जबकि नाबालिग युवती भालोजी की रहने वाली है। जो कि शनिवार को कस्बे के एक निजी कॉलेज में परीक्षा देने आई थी। जिसके बाद वह घायब हो गई थी। घटना की सूचना पर मौके पर एसएचओ सवाई सिंह मय जाप्ता पहुँच गये।

इस दौरान भारी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ समेत उनके परिजन भी पहुँच गये। राजकीय अस्पताल पहुँचाने पर दोनों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। चिकित्सकों के अनुसार युवती के गले पर गहरा घाव होने के चलते उसका ऑपरेशन भी करना पड़ा। इस सम्बंध में एसएचओ सवाई सिंह का कहना है कि प्रथम दृष्टया मामला प्रेम-प्रसंग का प्रतीत हो रहा है। मामले में किशोरी के पिता ने युवक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है, जिसकी जांच शुरु कर दी गई है। दोनों की हालत खतरे से बाहर है। किशोरी अभी बयान देने की स्थिति में नहीं है।

विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज :- घटना को लेकर दलित वर्ग की किशोरी के पिता ने युवक के विरुद्ध अपहरण, मारपीट, जानलेवा हमला और दुष्कर्म करने का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस के मुताबिक पिता ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसकी दो बेटियां बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा है और शनिवार को वह कस्बे के एक निजी कॉलेज में परीक्षा देने आई थी।

परीक्षा दोपहर 3 बजे से सायं 6 बजे तक होनी थी। एक लडक़ी का परीक्षा केन्द्र सरकारी कॉलेज, जबकि दूसरी का निजी कॉलेज था। सांय 6 बजे सरकारी कॉलेज में पेपर देने आई लडक़ी को बाईक पर बैठाकर दूसरी लडक़ी के सेंटर निजी कॉलेज में पहुंचा तो दूसरी लडक़ी नहीं आई। कॉलेज के गार्ड से मालूम किया तो गार्ड ने बताया कि परीक्षा दे रहे सभी परीक्षार्थी कॉलेज से चले गए है। इस पर उसने अपने भाई को सूचना दी तथा सभी रिश्तेदारियों में बच्ची की तलाश की लेकिन वह नहीं मिली। रविवार को सुबह मेरे बड़े भाई के फोन पर बच्ची का फोन आया कि जिसमें उसने बताया कि उसे संजय गुर्जर डरा धमकाकर जबरदस्ती कॉलेज के पास से लेकर चला गया व रातभर बंधक बनाकर दुष्कर्म किया। जब मैने संजय को पूरी बात उसके माता-पिता व परिवारजन को बताने की बात कही तो उसने चाकू से मेरा गला काट दिया व मेरे साथ मारपीट की।

अब वह और संजय ज्वार के खेत के समीप पड़े हुए है। इस पर पुलिस को सूचना दी गई। जिस पर डीएसपी डॉ. संध्या यादव, एसएचओ सवाई सिंह भारी पुलिस जाप्ते के साथ पहुंचे तो बालिका व संजय गुर्जर दोनों अचेत अवस्था में पड़े हुए थे। उन्हे एंबूलेंस की सहायता से बीडीएम अस्पताल लाया गया। पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट, पोक्सो एक्ट, बंधक बनाकर दुष्कर्म करने समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर घटनाक्रम की जाँच शुरू कर दी है।

20 मिनट तक स्टे्रचर पड़ी युवती तड़पती रही :- इस मामले में राजकीय बीडीएम जिला अस्पताल प्रबंधन की भारी लापरवाही भी देखने को मिली है। पुलिस एएसआई शक्ति सिंह व स्टॉफ सदस्य रविवार सुबह करीब 8.30 बजे राजकीय अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में घायलों को लेकर पहुँचे तो उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया। इसके बाद करीब 9 बजे घायल युवती को ऑपरेशन थियेटर के लिए शिफ्ट किया गया तो ट्रोमा सैन्टर में कोई भी चिकित्सक नहीं मिला।

परिजनों व पुलिस को काफी देर तक चिकित्सकों के आने का इंतजार करना पड़ा। मौके पर पहुंची डीएसपी डॉ. संध्या यादव ने अस्पताल स्टॉफ को लताड़ लगाई और गाड़ी भिजवाकर चिकित्सक को बुलवाया। यही नहीं, युवती को जब ऑपरेशन के लिए ओटी में ले जाया गया तो उसकी चाबी ही नहीं मिली। करीब 20 मिनट तक पुलिस व परिजनों की मौजूदगी में स्ट्रेचर पर पड़ी युवती तड़पती रही।

आखिरकार, ऑपरेशन थियेटर खुला तो बिजली गायब मिली। स्टाफ जब जनरेटर चलाने पहुंचा तो उसमें तेल ही नहीं था, जबकि अस्पताल में लाखों रुपए की लागत से ऑटोमैटिक जनरेटर की व्यवस्था होने का दावा किया जाता रहा है। आखिरकार आनन-फानन में जनरेटर में तेल डालकर उसे चालू कर युवती का ऑपरेशन शुरु किया गया। लेकिन यह शर्मनाक स्थिति देखकर पुलिस भी दबी जुबान से अस्पताल का विरोध करती रही लेकिन खुलकर ‘खाकी’ भी नहीं बोल पाई। मामले में अस्पताल के पीएमओ डा.अश्वनी गोयल का कहना है कि जनरेटर तीन-चार दिन से खराब है। उसकी जगह दूसरा जरनेटर मंगवाया है, जो मेन्युवल है। रविवार को ऑपरेशन थिएटर में केवल इमरजेंसी मरीज ही लेते हैं, इसलिए चाबी स्टॉफ के पास रहती है। स्टॉफ को बुला लिया गया था। अब ऐसी कोई समस्या नहीं है।

रविवार होने के कारण चिकित्सक रूम पर थे, जिन्हें तुरंत बुलाकर दोनों का इलाज कर दिया गया है। अब दोनों की हालत खतरे से बाहर है।

तहलका डॉट न्यूज