May 20, 2024

गर्मी का मौसम सर चढ़ कर बोल रहा हैं ऐसे में ठंडा- ठंडा बर्फ कलाकंद मिल जाये तो क्या कहने | बिजयनगर के 27 मील चौराहा स्थित “कमलेश बस्ती राम माली हलवाई” की मशहूर दुकान पर लोग शहर के हर कोने से आते हैं.दूध, केसर, बादाम, काजू, पिस्ता, छोटी इलाइची, को मिलकर बनाया जाता हैं हैं लाजवाब बर्फ कलाकंद

यदि कड़ी मेहनत और इच्छा शक्ति मजबूत हो तो कोई काम मुश्किल नहीं होता.यह बात “बिजयनगर” के 27 मील चौराहा ,के पास सिथ्त “कमलेश बस्ती राम माली हलवाई” पर बिल्कुल सटीक बैठती है.जो आज “बिजयनगर” की शान बने हुए है… राजस्थान बिजयनगर में सबसे लोकप्रिय “बस्ती राम माली हलवाई” जिन्होंने एक छोटी सी दूकानलगाकर अपने काम की शुरुवात की थी. आज अपनी रबड़ी में दमदार स्वाद और अव्वल उपभोग्ता सेवा के कारण आज इस व्यवसाय में अपनी एक अगल पहचान स्थापित की है, बस्ती राम माली हलवाई” की दूकान 55 साल से सबसे बढ़िया और एक अपना खास और अलग टेस्ट के लिए जानी जाती है.खाने वाले तारीफ करते नहीं थकते.

आपका अपना देशी स्वाद का वो स्थान जहां आपको ताजगी और सेहत का नया अहसास होता है.करीब 55 साल पहले बिजयनगर वासियो के स्वाद में निरन्तर शुद्धता व ताजगी के साथ मिठास घोलने का कार्य कालू राम जी और बस्ती राम जी ने किया और आज भी उनकी बदलती पीढ़ी कमलेश महावर,अरविन्द महावर ने इसे बखूभी संभाल रखा है.परम्परगत तरीके और देशी स्वाद का धयान रखते हुए शुद्ध केसर ईलायची,पिस्ता ,बादाम आदि पौस्टिक तत्वों के मिश्रण से तैयार कलाकंद जो अपने आप में शुद्ध व स्वास्थय वर्धक है.कमलेश महावर,अरविन्द महावर अपने रबड़ी से देश विदेश में अपनी एक विशेष पहचान बना चुके है.

यहां आप इसके अलावा काफी तरीके की मिठाई का आनद ले सकते है वही यहां की फेमस कुल्लड़ चाय,दही-नमकीन-कचौरी आपको खाने को मिलेगी. साफ़-सुथरी इस दूकान पर सुबहे से ही अलग-अलग मिठाई बनने का सिलसिला शुरु हो जाते है. जिसका सिलसिला रात तक ऐसे ही बरक़रार रहता है.

तहलका.न्यूज़

संवाददाता(अनिल सैन)