बांदीकुई। कौलाना बाग की ढाणी निवासी सुनील कुमार सैनी s/o हरिमोहन सैनी को परिजनों ने विगत 9 अक्टूबर को पेट दर्द होने की वजह से कट्टा हॉस्पिटल बांदीकुई में भर्ती करवाया था, जिसकी टेस्टिंग रिपोर्ट आने पर मरीज को अपेंडिक्स होना बताया। 10 अक्टूबर को मरीज का ऑपरेशन कर दिया गया। बाद में मरीज की तबियत में सुधार नही हुआ और उसका पेट दर्द फिर भी जारी रहा तो परिजन ने डॉक्टर से सलाह की तो उन्होंने उसकी दोबारा जाँच के लिए कहा।दोबारा जाँच रिपोर्ट में डॉ सुनील कट्टा ने पथरी होना बताया तो परिजन ने पूछा कि अगर पथरी ही थी तो पहली रिपोर्ट में क्यो नही आई? इस पर डॉक्टर ने कहा कि आप लोगो का पैसा थोड़े ही लग रहा है आपका तो भामाशाह से ईलाज हो रहा है तो परिजन भड़क गए। बाद में डॉक्टर ने गुस्से में मरीज के परिजनों से अपशब्दों का प्रयोग करते हुए जयपुर दिखाने के लिए बोल दिया,जबकि मरीज की देखभाल करना एक डॉक्टर का कानूनी कर्तव्य है। इससे साफ जाहिर होता है कि सरकार चाहे आम आदमी को कितनी भी सेवाएं दे पर आज भी रसूखदार का डंडा आम जनता पर ही चलता है।
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