May 19, 2024

यदि कड़ी मेहनत और इच्छा शक्ति मजबूत हो तो कोई काम मुश्किल नहीं होता.यह बात “जयपुर” जिसे “गुलाबी नगरी” कहा जाता है वहां के रामनिवास बाग सिथ्त मसाला चौक के “Wah!Banna”(“गोपाल सिंह झाला”) पर बिल्कुल सटीक बैठती है.जो आज “जयपुर” की शान बने हुए है…

Wah!Banna:-वाह बन्ना इनका नाम ही सब कुछ बयां कर देता है. जो चीज इन्हे विशिष्ट और प्रसिद्ध बनातीं है. वो है यहाँ के व्यंजन, यहां का राजस्थानी स्वाद “गोपाल सिंह झाला”अपने खाने को प्यार करते हैं. और मेहमाननवाजी के लिए खुद को हमेशा तैयार रखते हैं यही कारण है की आज “गोपाल सिंह झाला”(वाह बन्ना) अपनें व्यजनों में बढ़िया मसाले और अदबुध स्वाद के लिए पुरे राजस्थान में काफी मशहूर(FOMOUS) है..

राजस्थान जयपुर में सबसे लोकप्रिय शुद्ध शाकाहारी व्यंजनों के रूप में जाना जाने वाला “Wah बन्ना” को अपनी पहचान विरासत से प्राप्त हुई.और समय के साथ-साथ पीढ़ीयो द्वारा की हुई मेहनत को आज “गोपाल सिंह झाला” ने बखूबी संभाल रखा है..इनकी पहचान यहाँ का शुद्ध और पवित्र भोजन है.बन्ना के व्यंजनों में ऐसा जादू है की बड़े से बड़ा नेता हो या अभिनेता सभी यहां के भोजन के दीवाने है.

गोपाल सिंह झाला ने अपनी शुरुवात नॉनवेज व्यंजनों से की.और अपने व्यंजनों में बढ़िया मसाले और अदबुध स्वाद के कारण लोग इनके हाथ के बने व्यंजनों के स्वाद की तारीफ करते नहीं थके.समय के साथ साथ गोपाल सिंह (बन्ना जी) ने अपनी सोच को नया मोड दिया और नॉनवेज छोड़ दूध से शुरुवात करने की मुहीम छेड़ी. इसका यह कारण था की लोग नॉनवेज का मजा दारू के साथ ज्यादा ले रहे थे.

यह सब देखते हुए गोपाल सिंह झाला ने जयपुर में पहली बार काजू पापड़ की सब्जी की एक नई घरेलु रेस्पी जो शायद ही कहीं और आप को मिले,घरेलू रेस्पी द्वारा तैयार श्री खंड,राबड़ी,नवरतन दही बड़ा ,रबड़ी, झाला राजपूतो की घरलू रेस्पी उनका तौर तरीका जैसे साफ़ सफाई का खास ख्याल, की शुरुवात की.जिसका स्वाद लोगो को कुछ ऐसा लगा की लोगो के मुँह से बस एक ही नाम निकला वाह बन्ना क्या बात है.और यही शब्द आज इनकी पहचान बन चुकी है.


वाह बन्ना (गोपाल सिंह झाला )

वाह बन्ना (गोपाल सिंह झाला )ने अपने नाम को एक आंदोलन सा मोड़ दिया. जिससे लोगो का नजरिया ही बदल गया.गोपाल सिंह झाला ने अपनी सोच को सामाजिक सोच में बदला और समाज को मुख्य धारा में जोड़ने का काम किया.घर पर महिलाओ को रोजगार दिया और समाज में महिलाओ को ऊपर आने का मौका दिया.वाह बन्ना (गोपाल सिंह झाला) ने अपनी सबसे पहली सोच रखी अपने व्यंजनों में बढ़िया स्वाद,अनुसाशन,साफ़ सफाई,और देखते ही देखते आज वाह बन्ना जयपुर ही नहीं पुरे राजस्थान में मशहूर हो गए.


यहां आप को आपकी इच्छा के अनुसार तैयार किया हुआ खाना भी मिलेगा. साथ ही साथ यहां बच्चे हो या बुजुर्ग सभी यहां के स्वादिस्ट भोजन का आंनद उठा सकते है.
अगर आप इनके भोजन का घर बैठे भी आनंद लेना चाहाते है तो उसकी सुबिधा भी उपलब्ध है.बस यहां अगर किसी चीज़ की आपको परेशानी होगी तो वो है समय!
यहा इनमें जो मसाले डाले जाते है. उनकी खुशबू इतनी लाजवाब होती है कि आपका पेट भले ही भर जाए पर मन हमेशा और खाने की इच्छा करता रहेगा.

यहां की खासियत है की यहां आपके जायके के साथ साथ आपके स्वास्थ का भी ख्याल रखा जाता है.अपने व्यंजनों में बढ़िया स्वाद और शुद्ध मसालों के कारण ही वाह बन्ना जयपुर में हर किसी की जुबान पर छाया हुआ है.साफ़-सुथरी इस दूकान पर सुबहे से ही अलग अलग फ़ूड आइटम बनना शुरु हो जाते है. जिसका सिलसिला रात तक ऐसे ही बरक़रार रहता है.


आपकी राजस्थान की शान “गुलाबी नगरी” यात्रा तब तक अधूरी है. जब तक आप Wah!Banna के यहाँ के व्यंजनो का आनंद नही ले लेते.

“Wah!Banna”
shop no.13,masala chowk,9414991286, 9928389003