जयपुर– अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत द्वारा नियमित अनियमित कर्मचारियों की दिल्ली के समान वेतन भत्तों जैसी प्रमुख मांगों का सरकार के इस काल के आखिरी बजट में समाधान नहीं किए जाने से आक्रोशित शिक्षा, चिकित्सा ,पंचायत राज, जलदाय ,कृषि, पशुपालन, महिला बाल विकास विभागों के विभिन्न कर्मचारी संगठन प्रतिनिधि महासंघ प्रमुख महेंद्र सिंह एवं प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र राना के नेत्तृत्व में मशाल जुलूस निकाल कर राज्यव्यापी संघर्ष की शुरुआत की।
महासंघ प्रमुख महेंद्र सिंह ने मशाल प्रज्वलित कर प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र राणा एवं महामंत्री विपिन प्रकाश शर्मा को सौंपी गई दोनों पदाधिकारियों ने आगे मशाल प्रज्वलित करते हुए सभी जिलाअध्यक्षों एवं सम्बंध संगठनों के प्रदेश अध्यक्षों की मशाल प्रज्वलित कर इस आंदोलन को राज्यव्यापी आंदोलन करने का निर्णय लिया गया।
महासंघ के प्रदेश महामंत्री विपिन प्रकाश शर्मा ने बताया कि महासंघ से सम्बंध 45 संगठनों के प्रदेश अध्यक्ष एवम विभिन्न कर्मचारी संगठनों के हजारों प्रतिनिधि महासंघ जिलाध्यक्षों के नेतृत्व में आज शहीद स्मारक पर मशाल जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया।
मशाल जुलूस शहीद स्मारक से सिविल लाइन फाटक तक जाना था कर्मचारियों के बहुत अधिक संख्या होने के कारण मशाल जुलूस की रैली की परमिशन सरकार द्वारा नहीं दी गई इसके बाद शहीदी स्मारक के प्रमुख सड़कों पर बैरिकेट्स लगाकर इन कर्मचारियों को रोका गया । कर्मचारियों में उनकी मांगों के लिए सरकार के प्रति आक्रोश था तथा कर्मचारी अपनी अधूरी भागों को पूर्ण करने के लिए नारेबाजी तथा मशाले लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।
प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र राना ने बताया कि बजट में नियमित एवम अनियमित कर्मचारियों की कुछ प्रमुख ज्वलंत मांगो के समाधान पर जिक्र नहीं होने से लाखो कर्मचारियों में निराशा असंतोष एवम आक्रोश व्याप्त है, जिसका समाधान आवश्यक एवम अपेक्षित है।
(1) खेमराज कमेटी की वेतन विसंगति रिपोर्ट सार्वजनिक करते हुए केन्द्र के समान इंजीनियर,शिक्षक, प्रबोधक,नर्सेज, नर्सिंग शिक्षक,महिला पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता, लैब टेक्नी,रेडियोग्राफर, ईसीजी टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट,पशुधन सहायक,मंत्रालयिक कर्मी, चतुर्थ श्रेणी कार्मिक, पुलिस कर्मी ,जेल कर्मी, वाहन चालक, तकनीकी कर्मी,वनकर्मी, वर्कचार्ज कमी,,महिला बाल विकाश इत्यादि अधिनस्थ ,कार्मिकों के वेतनमान एवम भत्तों में वृद्धि अपेक्षित है ।
(2) अधीनस्थ मंत्रालयिक कर्मियों का सचिवालय के समान वेतन एवम पदनाम ।
( 3) समस्त संविदा निविदा मानदेय भोगी कर्मियों का नियमित करण एवम तब तक बेतहाशा महगाई के दौर में दूभर हुए जीवन यापन में राहत हेतु दिल्ली के समान नियमित पद का न्यूनतम वेतन एवम परिलाभ दिए दिया जाने का प्रावधान अपेक्षित है।
(4) 9,18,27, वर्ष के स्थान पर 7,14,21,28 वर्ष पर पदोन्नति का लाभ।
(5) संविदा सेवा से नियमित हुए ,प्रबोधक,शिक्षक, नर्सेज, अन्य चिकित्सा कर्मी अधीनस्थ कर्मी,इत्यादि हजारों कार्मिकों के वृद्धावस्था में आर्थिक स्वाविलंबन हेतु 50 प्रतिशत पेंशन के लिए पूर्व संविदा सेवा काल की नोशनल गणना का प्रावधान अपेक्षित है।
( 6) केन्द्र के समान पेंशन के लिए 20 वर्ष की क्वालीफाइंग सेवा अपेक्षित है।
(7) महिला कार्मिकों की प्राकृतिक पीड़ा में राहत लिए बिहार की तरह पीरियड लीव,अथवा वर्क फ्रॉम होम घोषणा अपेक्षित है।
(8) नर्सिंग ट्यूटर, लैब टेक्नीशियन, रेडियोग्राफर, लैब असिस्टेंट,पशुधन सहायक , ईसीजी, एएनएम इत्यादि के गैर वित्तीय पदनाम परिवर्तनों की घोषणा अपेक्षित है।
(9) संविदा भर्ती नियम 2022 में पूर्व संविदा सेवा का IAS की तरह 3 वर्ष पर 1 वर्ष की गणना जैसी बजट घोषणा में पूरे सेवा काल की गणना रूपी संशोधन अपेक्षित है।
(10) ग्रामीण सेवाओं में शहरो की अपेक्षा, सकल मूल वेतन कम होने से शहरो की ओर पलायन रोकने एवम प्रोत्साहन हेतु ग्रामीण भत्ता शुरू किया जाना अपेक्षित है।
(11) वर्ष 2008 मे नियुक्त विधवा/परित्यकता महिला शिक्षकों को मिल रहे कुल 4200/- रूपये में प्रतिमाह मानदेय तथा नर्सिंग प्रशिक्षणार्थी के 150 रुपए प्रतिमाह देय स्टाइपेंड में वृद्धि,अपेक्षित है।
(12) विशेष शिक्षा का कैडर बनाया जाना एवं अन्य समस्त संवर्गो के कार्मिकों के लिए आवश्यकता अनुसार केडर रिव्यू करवाए जाना अपेक्षित है।
(13) शिक्षा/संस्कृत शिक्षा/प्रबोधक/पुलिस कार्मिकों की पदोन्नति में विसंगति के नियमों की समीक्षा कर संशोधन करवाया जाना अपेक्षित है।
(14) सभी विभागों के लिए ट्रांसफर पॉलिसी टीएसपी तथा तृतीय श्रेणी के स्थानांतरण खोले जाना अपेक्षित हैं।
(15) पेंशन कार्यालयो का जिला स्तरीय विकेंद्रीकरण
(16) पेंशन कार्मिकों की पेंशन में प्रत्येक 5 वर्ष में अनुपातिक वृद्धि।
(17) कर्मचारी कल्याण बोर्ड ,एवम नर्सिंग निदेशालय का गठन अपेक्षित है।
(18) सफाई कर्मियों की घोषित 30 हजार नियमित भर्ती में चिकित्सा, शिक्षा, इत्यादि राजकीय विभागों में कार्यरत संविदा सफाई कर्मियों को प्राथमिकता देते हुए, विभाग बार पदस्थापन अपेक्षित है।
इसलिए महासंघ ने आज मशाल जलाकर राज्यव्यापी चरणबद्ध आंदोलन शुरू करने का निर्णय किया गया है।
महासंघ के प्रवक्ता पुरुषोत्तम कुंभज ने बताया कि महासंघ का 4 सदस्य प्रतिनिधि मंडल सीएमओ में ज्ञापन देने गया जिसमें कैलाश शर्मा, जितेंद्र सिंह, विक्रम सायावत, जहूर अहमद पदाधिकारी सम्मिलित रहे।
मशाल जुलूस से पूर्व कर्मचारियों को संरक्षक सियाराम शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह विक्रम सिंह सायावत, हरलाल डूकिया ,बृजेश शर्मा , वकी अहमद , भूदेव धाकड़, पवन कुमार शर्मा, हेमेंद्र शर्मा ,राजेश कटारे आदि सहित महासंघ पदाधिकारियों ने संबोधित किया।