November 24, 2024
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जयपुर- सरकार ने पदोन्नति में एक वर्ष की शिथिलता का प्रावधान 31 अगस्त तक रखा है। इसकी पालना के मद्देनजर चिकित्सा विभाग द्वारा जारी की गयी लैब टेक्नीशियन संवर्ग की विभिन्न पदों की की वरिष्ठता सूची कर्मचारियों के लिये एक नयी दुविधा साबित हो रही है।

लैब टेक्नीशियन संघ प्रदेशाध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ने बताया कि अंतरिम वरिष्ठता सूची देख कर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सूची निकालते वक्त केवल सूची प्रकाशन का ही ध्यान रखा जा रहा है पूर्व में प्राप्त हो चुकी ए सी आर को भी अप्राप्त बताकर कर्मचारियों को बेववजह परेशान किया जा रहा है ।

संघ प्रदेशाध्यक्ष ने बताया कि तकनीकी सहायक की वर्ष 2018 में हुई पदोन्नति के दौरान वर्ष 2018 तक की ए सी आर जमा की जा चुकी थी तभी उक्त वर्ष में पदोन्नति सूची जारी होना संभव हो पाया था फिर तकनीकी सहायक से वरिष्ठ तकनीकी सहायक की वरिष्ठता सूची प्रकाशन में उन्हीं कर्मचारियों से वर्ष 2018 तक की ए सी आर को भी अप्राप्त दर्शाना न केवल विभाग की घोर लापरवाही को दर्शाता है वरन कार्मिको के लिए परेशानी का सबब बन रहा है ।

राज्य सरकार ने इस वर्ष सभी ए सी आर ऑनलाइन भिजवायें जाने का आदेश जारी किया था उस आदेश की पालना में प्रदेश के समस्त लैब टेक्नीशियन संवर्ग कर्मचारियों ने अपनी अपनी ए सी आर ऑनलाइन भिजबा दी है फिर भी जारी की गयी सूचियों में अधिकांश को अप्राप्त दिखाया जा रहा है और कर्मचारियों को हार्ड काॅपी के साथ निदेशालय के चक्कर काटने को मजबूर किया जा रहा है।

पूर्व की पदोन्नतिओं में भी इस तरह से कार्मिको को बाद में रिव्यू या डिफर DPC की कह कर के सालों इंतजार करना पड़ता है

संगठन महामंत्री तरुण सैनी ने कर्मचारियों की ए सी आर संबंधी पीडा उजागर करते हुये सरकार को पत्र लिखकर माँग की है कि पदोन्नति में ए सी आर माँगें जाने के प्रावधान को समाप्त किया जाये इसके स्थान पर कर्मचारी की सर्विस बुक के आधार पर विभागाध्यक्ष से ही पूर्व की भांति सेवा का संतोषप्रद प्रमाणपत्र प्राप्त कर इस औपचारिकता पूर्ण करा लिया जावे , कर्मचारी को बेववजह सक्षम अधिकारी से निदेशालय स्तर तक चक्कर काटने को मजबूर ना किया जावे ।

मीडिया प्रभारी संतोष शर्मा ने कहा कि विगत वर्षों की ए सी आर बनवाना एक विकट समस्या है , तत्कालीन सक्षम अधिकारी स्थानान्तरण पा लेते हैं उनका पता कर उन तक पहुँचना ना केवल समय की बर्बादी है अपितु आर्थिक रूप से भी नुकसानदेह साबित होता है फिर इस तरह से तैयार ए सी आर को फिर से अप्राप्त दर्शाना कर्मचारियों को आक्रोशित तो करेगा ही।

तहलका डॉट न्यूज