जयपुर-देशभर में कोरोना के कहर के बीच जिस अस्पताल पर सबसे ज्यादा दारोमदार रहा वह जयपुर का आरयूएचएस अस्पताल था। जिसमें दिल्ली एम्स से भी ज्यादा करीब 20 हजार कोरोना मरीजों का उपचार किया गया।
आरयूएचएस अस्पताल में कॉरिडोर और जमीन तक मरीजों को भर्ती किया गया। प्रदेश के बाहर से आए हुए किसी मरीज को भी एडमिट करने के लिए मना नहीं किया गया। 24 घंटे स्टाफ ने आईसीयू और वेंटिलेटर पर मरीजों की सेवा की प्रदेश के चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा एवं मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ सुधीर भंडारी, अस्पताल अधीक्षक अजीत सिंह शक्तावत, एचओडी डॉ पी डी मीणा नर्सिंग मॉडल ऑफ प्रभारी डॉ गिरीश चौहान, एनेस्थीसिया प्रभारी डॉ तरुण लाल, डॉक्टर संजय शेखावत, डॉक्टर गोविंद रांका, नर्सिंग नोडल ऑफिसर विनीता शेखावत आदि दिन रात मरीजों की सेवा में जुटे रहे।
राजस्थान सरकार के द्वारा केंद्र के समान पदनाम का सम्मान पाकर सभी नर्सिंग ऑफिसर दुगुने उत्साह से तीसरी लहर की तैयारी और सभी मरीजों को पॉजिटिव रहते हुए कोरोना गाइडलाइन की पालना करते हुए काउंसलिंग भी करते रहे।