कुछ लोग मीठे के इतने शौक़ीन होते हैं कि वो सुबह, शाम दोपहर और रात हर वक़्त मीठा खा सकते हैं। अगर आप उन लोगों में से हैं, तो फिर अजमेर की ये दुकानें आपका इंतज़ार कर रही हैं। यहां की मिठाइयां टेस्ट और क्वालिटी दोनों के लिहाज़ से बहुत लाजवाब हैं।
इसी कड़ी में आज हम आप को बताएंगे बिजयनगर में कढ़ाई के दूध और मिठाई की एक खास दुकान के बारे में बताएंगे कि वह इतने पॉपुलर कैसे होंगे।
भॅवर लाल मंगल प्रसाद हलवाई
करीब 66 साल से बिजयनगर के भॅवर हलवाई की दुकान पर कढ़ा हुआ दूध व इससे बने उत्पाद तैयार किए जाते हैं। शहर के लोग इस दुकान पर तैयार होने वाली मिठाई के मुदीद हो चुके हैं। मिठाई की शुद्धता के कारण लोगों का विश्वास जीतने वाले भॅवर लाल मंगल प्रसाद हलवाई की तीसरी पीढ़ी ने भी इस काम कर बखूभी संभाल रखा है।
यह दुकान भले ही करीब 66 साल पुरानी हो चुकी है, लेकिन यहां दूध से बने उत्पादों की शुद्धता आज भी बरकरार है। रोजाना अनेक लोग यहां आकर दूध पीते हैं ।
बिजयनगर के लोग तो इस स्वाद के दीवाने हैं ही साथ ही यहां से विदेश जाकर बसे लोग यहां की मिठाई वहां मंगवाते हैं या यहां के निवासी विदेशों में अपने रिश्तेदारों तक ये मिठाइयां पहुंचाते हैं। शुद्ध दूध से बनने वाली कई मिठाइयां ऐसी हैं, जो तीन सप्ताह तक खराब नहीं होती। इतना ही नहीं यह शहर की सबसे मशहूर दुकान हैं, जहां कढाही वाला दूध पीने वालों का तांता लगा रहता है। यहां मिलने वाले कढ़े हुए दूध का स्वाद लाजवाब होता है। इसमें ग्राहक अपनी पसंद के अनुसार केसर या ड्राईफ्रूट भी डलवा लेते हैं।
यह दुकान सन् 1955 से की है और इसकी शुरुआत भॅवर लाल जी द्वारा की गई थी। उन्होेंने ही यहां कढाही वाला दूध और घर के मावा से निर्मित पेड़े एवं कलाकंद बेचना शुरू किया,जिसके बाद उनके बेटे मंगल प्रसाद जी और यशवंत राज जी और आज बदलते समय के साथ उनकी तीसरी पीढ़ी के मनीष,नरेश और लोकेश जी जारी रखे हुए हैं। इन्होंने ने बताया कि उनके दादा के दिखाए रास्ते पर चलकर वे आज भी क्वालिटी पर मुख्य रूप से फोकस कर रहे हैं। उनके दादा के बाद पिता मंगल प्रसाद जी ने भी इस दुकान के नाम को बरकरार रखने के लिए सदा बेहतर क्वालिटी पर फोकस किया।
यहां की सभी मिठाइयां समय के अनुसार पारंपारिक तरीके से बनाई जाती हैं.यहां सीजन में बनने वाली मिठाई जैसे सर्दियों में गोंद के लड्डू,गाजर हलवा, खाना न भूलें.हलवा और बर्फ़ी के अलावा, आपको इनकी नमकीन भी ज़रूर ट्राई करने चाहिए.
तहलका डॉट न्यूज