शरद पूर्णिमा उत्सव श्री दक्षिण मुखी बालाजी हाथोज धाम में 31 अक्टूबर शनिवार को मनाया जाएगा। श्री बालाजी जन कल्याण सेवा ट्रस्ट हाथोज धाम के प्रवक्ता गौरव वाजपेई ने बताया शरद पूर्णिमा उत्सव हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी हाथोज धाम में स्वामी श्री बालमुकुंद आचार्य जी महाराज के सानिध्य में मनाया जाएगा।
शरद पूर्णिमा उत्सव के अवसर पर सीता राम दरबार एवं बालाजी महाराज का पंचामृत अभिषेक होगा। जिसके पश्चात श्वेत पोशाक धारण कराई जाएगी। संध्या काल में औषधि युक्त खीर प्रसाद बनाया जाएगा।
511 किलो भारतीय देसी नस्ल की गाय का दूध बुरा 111 किलो 151 . चावल नारियल का बुरादा केसर इलाइची युक्त प्रसादी बनाई जाएगी। संध्या काल में भगवान को खीर का भोग लगेगा और सभी को जानकारी है इस बात कि शरद पूर्णिमा की रात्रि चंद्रमा अमृत की वर्षा धरती पर भी खेलता है अमृत जो है उसकी प्राप्ति के लिए देवता भी तत्पर रहते हैं ऐसे अमृत की वर्षा में संपूर्ण रात्रि खीर को रखा जाता है खीर प्रसाद औषधि का कार्य करती है। रविवार के दिन खीर प्रसादी का प्रातः काल से वितरण होगा। औषधि युक्त खीर को प्राप्त करने हेतु दूर-दूर स्थानों से हाथोज धाम में प्रसादी लेने वाले भक्त आते हैं। इस करुणा रूपी महामारी से लड़ने के लिए शरीर में इम्यूनिटी पावर बढ़ाने की आवश्यकता है ओरियो औषधि युक्त खीर अमृत का ही कार्य करेगी।
शरद पूर्णिमा की शनिवार रात्रि 12:15 बजे भगवान सीताराम हनुमान जी का भोग लगा कर आरती की जाएगी।
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