दूध के जिस खाली पाउच को अभी आप कूड़े में डाल देते हैं, अब उसके बदले आपको पैसे मिलेंगे. पर्यावरण को ध्यान में रखकर इस दिशा में कदम उठा रही है.
दूध की जिन खाली थैलियाें काे हम कचरा समझकर डस्टबिन में फेंक देते हैं अब उन्हीं थैलियाें काे डेयरी पैसा देकर लाेगाें से वापस खरीदेगी. इसके लिए हर डेयरी बूथ पर कलेक्शन सेंटर बनाए जाएंगे. प्रदेश में राजस्थान काॅ-ओपरेटिव डेयरी फेडरेशन इसकी डीपीआर बना रहा है. प्रदेश में पहली बार यह नवाचार हाेने जा रहा है. आरसीडीएफ यह प्लानिंग प्रदूषण नियंत्रण मंडल की और से डेयरियाें काे प्लास्टिक से बनी दूध की थैलियाें के निस्तारण के लिए जारी किए नाेटिस के बाद बना रहा है.
मंडल की और से जारी किए नाेटिस के अनुसार प्रदेश की सभी डेयरियाें काे इसकी डीपीआर बनाकर देनी है कि वे कैसे प्लास्टिक से बनी दूध की थैलियाें का निस्तारण करेंगे ताकि पर्यावरण संरक्षण हाे. इसके बाद आररसीडीएफ प्लान बना रहा है कि सभी डेयरी पर बूथ पर कलेक्शन सेंटर बनाकर खाली थैलियाें की एक निश्चित राशि तय करके उपभाेक्ताओ से वापस ली जाए और वहां से थैलियां डेयरी में एकत्रित करके वहां उनका निस्तारण किया जाए.
तहलका.न्यूज़