जयपुर:- हंगामा, नारेबाजी व वाकआउट और इसके साथ सदन की कार्यवाही स्थगित, कुछ ऐसा नजारा देखने को मिला विधानसभा में मंगलवार को शून्यकाल में जब जयपुर में दुष्कर्म पीडि़त महिला के थाना परिसर में आत्मदाह करने के मामले की न्यायिक जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. सरकार के जवाब नहीं देने से नाराज विपक्षी सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया.इस मामले पर भाजपा ने सदन में जमकर नारेबाजी व हंगामा किया और वाकआउट कर दिया.
भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने उठाया मुद्दा:
सदन में विधायक कालीचरण सराफ ने शून्यकाल के दौरान स्थगन प्रस्ताव के जरिए जयपुर के वैशाली नगर थाना परिसर में दुष्कर्म पीडि़त महिला के आत्मदाह का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण में पुलिस पीडि़त महिला को परेशान करती रही, जबकि आरोपित से पूछताछ नहीं की. उन्होंने कहा कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने का मामला दर्ज होना चाहिए. सरकार को पूरे मामले की न्यायिक जांच कराना चाहिए.
उधर राजेन्द्र राठौड़ ने स्थगन के जरिये बोलते हुए कहा कि 180 में से 113 दुष्कर्म मामलों पर कार्रवाई नहीं हुई. इस बीच संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल खडे हो गए और कहा कि विधायक कालीचरण को कानून की जानकारी नहीं है. दुष्कर्म के मामले प्रदेश की कानून व्यवस्था पहले से ही विपक्ष के निशाने पर है, ऐसे में वैशाली नगर मामले ने प्रदेश की पुलिस पर सवालिया निशान लगा दिए हैं. विपक्ष ने आज भले ही महज हंगामा करके सदन में औपचारिकता पूरी कर ली, लेकिन असली मकसद तो सिस्टम को सुधारने का और जल्द न्याय मिलने का होना चाहिए.
तहलका.न्यूज़