November 24, 2024
tehelka.news

देश के प्रसिद्ध डांस गुरु क्वीन हरीश पंचतत्व में विलीन हो गए. पूरे रीति रिवाज से अनंत में विदा हो गये.क्वीन हरीश की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए. अपने कलाकार को नम आंखों से दी श्रद्धांजलि,अन्तेयष्ठी में विधायक रूपाराम धनदे,जिला कलेक्टर नमित मेहता,पुलिस अधीक्षक डॉ किरण केंग ने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.हज़ारो की तादाद में शहर वासियों ने भीगी पलकों से अपने प्रिय कलाकार को अंतिम विदाई दी.

आपको बता दे की राजस्थान के रहने वाले विश्व प्रसिद्ध नर्तक क्वीन हरीश की रविवार सुबह सड़क हादसे में मौत हो गई. जोधपुर के पास हुए हादसे में हरीश के साथ 3 अन्य लोक कलाकारों की भी जान चली गई. हरीश की कार जोधपुर के पास राजमार्ग पर कापरड़ा गांव के पास सड़क पर खड़ी ट्रक से टकरा गई और सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई.

हरीश नाम का ये लोक गुरू मात्र 38 वर्ष का था. और एक पुरुष होते हुए महिला डांसर के रूप में देश-दुनिया में ख्याति अर्जित की. बहुत कम समय में दुनियाभर में अपनी कला से पहचाने जाने लगे लेकिन उनके महिला रूप और नृत्य कला के पीछे एक शानदार व्यक्तित्व का धनी पुरुष था, इससे बहुत कम लोग परिचित थे. जैसलमेर में राजस्थानी लोक नृत्य के गुरु या कोरियोग्राफर लोक गुरू अपनी इस उम्र में 5000 हजार से अधिक कलाकारों को राजस्थानी लोक संगीत और नृत्य की ट्रेनिंग दे चुके थे. बॉलीवुड में उनकी कला के कई कद्रदान थे. उन्होंने फिल्म इंडस्टी में भी राजस्थानी लोक नृत्य के लिए बेहतरीन योगदान दिया.

राजस्थानी कला संस्कृति को दुनियाभर में पहुंचाने के लिए क्वीन हरीश उर्फ हरीश कुमार को हमेशा याद किया जाएगा.

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