जयपुर ग्रामीण सांसद व भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कांगे्रस नेता राहुल गाँधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने पर दी प्रतिक्रिया
कोटपूतली:(मनोज पंडित)
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने राहुल गांँधी की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो सजा राहुल गांँधी को सुनाई गई है वह उनके कर्मों की सजा है। इनके ये कर्म तब शुरू हो गए थे जब यूपीए सरकार के समय प्रैस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री के आदेश फाड़े गये थे। चांँदी की चम्मच लेकर जन्में राहुल गांँधी अपने आप को ही सबसे बड़ा मानते है।
राहुल गांँधी ना तो प्रधानमंत्री पद का सम्मान करते हैं, ना देश व सेना का एवं ना ही देशवासियों का। देश के खिलाफ, संविधान के खिलाफ, संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ, न्यायपालिका के खिलाफ जनादेश के खिलाफ और पिछड़े-दलित समुदाय के खिलाफ बात करना उनकी आदत बन गई है। यह कांग्रेस पार्टी और विशेष रूप से गांँधी परिवार की कुरीति है। कर्नल राज्यवर्धन ने कहा कि राहुल गांँधी नेहरू-गांँधी परिवार के पहले व्यक्ति नहीं हैं, जिन्हें कोर्ट ने कदाचार, मान हानि के लिए सजा दी है।
इससे पहले इनकी दादी इंदिरा को भी ट्रायल कोर्ट ने सजा दी थी, कोर्ट ने रायबरेली से इनकी सदस्यता भी रद्द कर दी थी, फिर चिकमंगलूर से उपचुनाव लड़ी तो पद के दुरुपयोग के कारण इनकी सदस्यता रद्द हुई। इनकी माता सोनिया भी सरकारी पदों पर कदाचार को लेकर रायबरेली से अपनी सदस्यता गंवा चुकी हैं। यहीं काम राहुल ने किया, देश के पिछड़े समुदाय को अपशब्द कहा। कोर्ट ने सजा दी है उन्हें, लेकिन कांग्रेस कोर्ट का अपमान कर रही है।
कोर्ट का किसी राजनीतिक दल से क्या लेना-देना। उसे तो राहुल के खिलाफ सबूत मिले, राहुल दोषी सिद्ध हुए। राहुल के अपराध को ढ़ंकने के लिए भाजपा पर आरोप लगाने का कोई फायदा नहीं है। जनता को पता है कि ये राहुल गाँंधी के कर्मों की सजा है।