November 24, 2024
मुख्यमंत्री गहलोत बोले भाजपा ने 15 वर्ष पहलेे भी यह खेल खेला था, दावा कांग्रेस के सभी तीनों उम्मीदवार जीतेंगे चुनाव

केकड़ी:(मनोज प्रजापत) राजस्थान की 4 सीटों पर होने वाले राज्यसभा चुनावों के लिए बीजेपी की तरफ से बिजनेसमैन सुभाष चंद्रा ने आज निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया है।

राजस्थान में भाजपा ने राज्यसभा सदस्य के लिए पूर्ण बहुमत नहीं होने के बावजूद दूसरे उम्मीदवार के रूप में अपना समर्थन देते हुए डॉ सुभाष चंद्रा को मैदान में उतारा है। एक राज्यसभा सदस्य के रूप में वह पहले ही घनश्याम तिवाड़ी को मैदान में उतार चुकी है।

भाजपा के पास 71 विधायक ( वोट ) हैं जबकि उसे प्रत्येक उम्मीदवार के लिए 41-41 मतों की आवश्यकता है। दूसरे उम्मीदवार के लिए उसे 11 वोटों की और आवश्यकता पड़ेगी। भाजपा ने बड़ी चतुराई के साथ दूसरे उम्मीदवार डॉ सुभाष चंद्रा को निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा है। अब यह 11 वोट कहां से आएंगे इसके पीछे भाजपा की क्या रणनीति है, ये तो भाजपा ही जाने क्योंकि वो जिन निर्दलीय वोटों के समर्थन की बात कर रही है वे तो पहले से ही कांग्रेस को समर्थन दे रहे हैं। ऐसी स्थिति में दूसरे उम्मीदवार को जीतने के लिए पूर्ण मत कहां से मिलेंगे यह बड़ा सवाल है।

राजनीति के जानकारों का कहना है कि भाजपा ने दूसरे उम्मीदवार के रूप में तीर चलाया है अगर वह ठीक निशाने पर लगे तो ठीक वरना एक उम्मीदवार तो जीतेगा ही, वैसे भाजपा को निर्दलीय सदस्यों व कांग्रेस के नाराज सदस्यों से उनके दूसरे उम्मीदवार के पक्ष में मतदान की उम्मीद है। भाजपा का दावा है कि कुछ निर्दलीय व कांग्रेस के सदस्य उसके सम्पर्क में हैं। हालांकि भाजपा की इस रणनीति ने कांग्रेस की नींद उड़ा दी है। माना जा रहा है कि कांग्रेस को अपने व समर्थित सदस्यों की बाड़ेबंदी करनी पड़ेगी।

इस बारे में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान सामने आया है। गहलोत ने आज भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्यसभा चुनाव में उसके पास वोट नहीं होने के बावजूद तीसरे उम्मीदवार को खड़ा करके वह माहौल खराब करना चाह रही हैं। गहलोत ने राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के तीनों उम्मीदवारों के नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद मीडिया से आज यह बात कही। उन्होंने राज्यसभा चुनाव में पार्टी के तीनों प्रत्याशियों की जीत का दावा करते हुए कहा कि भाजपा ने 15 वर्ष पहलेे भी यह खेल खेला था।

उन्होंने कहा कि इस चुनाव में भाजपा के खुद के विधायक प्रत्याशी के समर्थन में हस्ताक्षर करते है और फार्म निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में भरा जाता है। कुल मिलाकर कांग्रेस के तीन उम्मीदवार रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक व प्रमोद तिवारी व भाजपा के घनश्याम तिवाड़ी सहित भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार डॉ सुभाष चंद्रा को मिलाकर पांच उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। भाजपा ने डॉ सुभाष चंद्रा को मैदान में उतारकर चुनाव को रोमांचक बना दिया है।

लोगों की निगाहें इस चुनाव पर टिकी हैं। कांग्रेस जहां अपने तीनों उम्मीदवारों की जीत के प्रति आश्वस्त है वहीं भाजपा भी दोनों उम्मीदवारों की जीत का दावा कर रही है। दोनों ओर से विधायकों की बाड़ेबंदी की बात की जा रही है। दोनों दलों में आपसी गुटबाजी जगजाहिर है अब देखना यह है कि किसे कितनी कामयाबी मिलती है।

राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान 10 जून को सुबह 9 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक वोट डाले जाएंगे। मतों की गिनती का काम उसी दिन शाम 5 बजे से शुरू कर दिया जाएगा उसके बाद परिणाम घोषित होगा।

तहलका डॉट न्यूज