May 19, 2024

जिला न्यायाधीश ने की न्यायिक अधिकारियों व अधिवक्तागणों की बैठक

अजमेर: (गजेंद्र कुमार) जिला एवं सेशन न्यायाधीश श्रीमान् मदन लाल भाटी ने प्रात राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल क्रियान्वयन हेतु अजमेर जिले के न्यायिक अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया जिसमे अजमेर जिला मुख्यालय पर पदस्थापित सीभी न्यायिक अधिकारी श्रीमान् जिला एवं सेशन न्यायाधीश अवकाशागार में व्यक्तिशय उपस्थित उपस्थित हुए तथा

जिला मुख्यालय से बाहर दस्थापित अधिकारियों को वर्चुअल माध्यम से जोका गया। इस दौरान जिला एवं सेशन न्यायाधीश श्रीमान् मदन साल माटी ने न्यायिक अधिकारियों को राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता के लिए उत्साहवर्दित किया तथा यह भी कहा की राष्ट्रीय लोक अदालत न केवल पक्षकारों के शीघ्र सुलभ व सरते न्याय का माध्यम है बल्कि यह राष्ट्र हित से भी जुदा हुआ है जिससे राज्य भी फिजूल खर्चे से बचता है तथा पक्षकार भी अपने समय, पैसे व स्वास्थ्य को बचाता है।

जिला एवं सेशन न्यायाधीश महोदय ने दिनांक 12.03 2022 को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत के विभिन्न स्टेक होलडर्स की भूमिका को स्पष्ट करते हुए कहा कि आज राष्ट्रीय लोक अदालत का व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है। कोई गली मोहल्ला कोई ढाणी राष्ट्रीय लोक अदालत के नाम से ऐसी नहीं है कि बाकिफ नहीं हो बल्कि हर गली मोहल्ले में यह नारा गूंजता रहा है कि हर कोई जीता कोई न द्वारा लोक अदालत का यह है नारा।

इसी क्रम में जिला एवं सेशन न्यायाधीश महोदय श्रीमान् मदन लाल माटी ने राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता के लिए अपने अवकाश गृह में एमएसीटी जज नीरज भारद्वाज, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश सचिव समपाल जाट बीमा कम्पनियों के अधिवक्तामण व प्रतिनिधिगण व मोटर एक्सीडेंट क्लेम के मामलों के अधिवक्तागण श्री नरेन्द्र सिंह राठौड व संदीप अग्रवाल के साथ बैठक का आयोजन किया।

बैठक में जिला एवं सेशन न्यायाधीश महोदय ने राष्ट्रीय लोक अदालत में एमएसीटी के रखे जाने वाले मामलों को राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा विस्तृत गाइडलाईन को विवेचित किया तथा मोटर एक्सीडेंट क्लैम के अधिक से अधिक प्रकरणों को निस्तारित किए जाने के विभिन्न तौर तरीके बतलाए एमएसीटी में कुल 18.1 प्रकरण रखे गए जिनमें से 22 प्रकरणों का निस्तारण सफलतापूर्वक किया गया। साथ ही मोटर एक्सीडेंट क्लेम में यदि पीड़ित को शीघ्र राहत मिलती है तो अपने परिवार पर आई विपदा की स्थिति में प्रतिकर की राशि उसे खड़ा करने में सहयोग करती है।

इस प्रकार के मामली को दुध निस्तारित किए जाने के लिए श्रीमान जिला एवं सेशन न्यायाधीश ने माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्णय नेशनल बीमा कम्पनी बनाम प्रणय शेट्टी, सरला बनाम डीटीसी आदि का भी हवाला दिया उपस्थित अधिवक्तागण ने ज्यादा से ज्यादा मामले मोटर एक्सीडेंट क्लेम के निपटाये जाने का भरोसा दिलाया।

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