November 24, 2024
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इंदौर शहर आज फूड कैपिटल के नाम से जाना जाता है. इस शहर का नाम लेते ही एक छवि बनती है और वो है ”यहां का जायका” जो इस नाम से भारत के साथ विश्व में भी प्रसिद्धि पा रहा हैं. असल में टेस्ट में भी देखा जाएं तो इंदौर के जायके की बात ही अलग है. स्वच्छता में भी इंदौर नंबर 1 पर आ चुका है ओर फिर से इस नंबर पर बने रहने के लिए यह प्रयास जारी है. फ़ूड के साथ में स्वच्छता की बात को लेकर भी इंदौर शहर सुर्खियों में हैं,

लेकिन आज हम आपको एक ऐसी ही दुकानों के बारे में बताने जा रहे हैं जो सालों से इंदौर,सराफा बाजार में अपनी बेहतरीन सर्विस दे रही है.आज यह सर्विस एक ब्रांड बन गया है जो लोगों के दिलो पर राज करता हैं.सालों से इस तरह की सर्विस देकर आज यह आइसक्रीम शॉप लोगों की लिस्ट में सबसे टॉप पर रहती हैं.

Fruition Ice Cream Prested By B.C Singh Sweets & Ice Cream (Since- 1923)

आइसक्रीम पसंद करने वालों को हम बता रहे हैं इंदौर,सराफा बाजार में नेचुरल फ्रूट आइसक्रीम की एक खास दुकान के बारे में जहां का स्वाद आपका दिन बना देगा…आइसक्रीम का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है. आए भी क्यों न! आखिर कुल्फी इतनी टेस्टी जो होती है. फिर जब इतनी गर्मी हो, तो आइसक्रीम का मजा दोगुना हो जाता है.

फ्रूट आइसक्रीम के चाहने वालों के लिए ये जगह खास है. 15 साल पहले में मैंगो,ऑरेंज, के साथ शुरू होने वाली इस दुकान में आज अच्छी कुवालिटी की कई नेचुरल फ्रूट वाली आइसक्रीम मिलती हैं. यहां की आइसक्रीम अपने फ्रेश टेस्ट के लिए जानी जाती है। खास बात यह है कि ये किफायती भी है.

यह दुकान इतनी मशहूर है कि यहां हर पल आइसक्रीम.खाने वालो की भिड़ रहती है यहाँ आपको नेचुरल फ्रूट फ्लेवर की काफी तरीके आइसक्रीम खाने को मिलेगी जिनमे- ऑरेंज मटका फ्रूट ,मैंगो मटका आइसक्रीम, एप्पल, अनार, अमरुद,पाइनएप्पल,चीकू,कीवी और स्पेशल यहां का रबड़ी-दूध-मिश्री के लड्डू के शौक़ीन अपना शौक पूरा कर सकते हैं.

दूकान के संचालक से जब हमने बातचीत की तो उन्होंने बताया कि ये आइसक्रीम की दुकान 15 साल पहले शुरू की गई थी. यहां रोज की करीब 200-300 नेचुरल फ्रूट फ्लेवर वाली आइसक्रीम बिक जाती हैं. नेचुरल फ्रूट फ्लेवर आइसक्रीम लोग ज्यादा पसंद करते हैं.
इनकी आइसक्रीम की शोहरत दूर-दूर तक है. कई दशकों का अनुभव इनकी आइसक्रीम में साफ नजर आता है. कुछ खास तरह की आइसक्रीम ने यहां अपना रंग जमा रखा है.समय के साथ जैसे-जैसे व्यापार बढ़ता गया, वैसे-वैसे आइसक्रीम ने भी अपने रंग बदले और समय को देखते हुए इसमें किस्में जुड़ती गईं.लकिन कुवालिटी को लेकर उन्होंने कभी कोई समझौता नहीं किया. दूध से लेकर फलों तक सभी चीजों को जांचने-परखने के बाद ही उनका इस्तेमाल किया जाता है.

इनका दावा है कि आइसक्रीम का जो टेस्ट पहले था, वही आज भी बरकरार है.वे बताते हैं कि आइसक्रीम बनाने का तरीका आज भी उन्होंने पुराने स्टाइल का ही रखा है.बारह महीने यह सिलसिला चलता रहता है.

तहलका.न्यूज़