March 28, 2024

यदि कड़ी मेहनत और इच्छा शक्ति मजबूत हो तो कोई काम मुश्किल नहीं होता.यह बात “इंदौर” जिसे “फ़ूड कैपिटल नगरी ” कहा जाता है वहां के सराफा बाजार चौपाटी सिथ्त “प्रकाश कुल्फी ” पर बिल्कुल सटीक बैठती है.जो आज “ इंदौर,सराफा बाजार चौपाटी ” की शान बने हुए है…इंदौर में सबसे लोकप्रिय “प्रकाश कुल्फी” जिन्होंने एक छोटी सी स्टाल लगाकर अपने काम की शुरुवात की थी. आज अपनी कुल्फी में दमदार स्वाद और अव्वल उपभोग्ता सेवा के कारण आज इस व्यवसाय में अपनी एक अगल पहचान स्थापित की है. प्रकाश कुल्फी ” की दूकान 1965 से सबसे बढ़िया और एक अपना खास और अलग टेस्ट के लिए जानी जाती है.खाने वाले तारीफ करते नहीं थकते.

इंदौर वासियो के स्वाद में निरन्तर शुद्धता व ताजगी के साथ मिठास घोलने का कार्य किशोरी लाल जी यादव ने और उनके बेटे रमेश यादव ने किया और बदलते समय के अनुसार उनके बेटे बंटी यादव और विकास यादव ने साथ मिल के इस काम को बखूबी संभाल रखा है. इनकी कुल्फी में ऐसा स्वाद है की बड़े से बड़ा नेता हो या अभिनेता या फिर विदेशी सैलानी सभी यहां की कुल्फी के दीवाने है. दूध, केसर, बादाम, काजू, पिस्ता, इलाइची, को मिलाकर बनाई जाती हैं. लाजवाब कुल्फी,आपका अपना देशी स्वाद का वो स्थान जहां आपको ताजगी और सेहत का नया अहसास होता है.

परम्परगत तरीके और देशी स्वाद का धयान रखते हुए शुद्ध रबड़ी,केसर ईलायची,पिस्ता ,बादाम आदि पौस्टिक तत्वों के मिश्रण से तैयार रबड़ी मटका कुल्फी जो अपने आप में शुद्ध व स्वास्थय वर्धक है. प्रकाश कुल्फी की दुकान अपनी कुल्फी से देश विदेश में अपनी एक विशेष पहचान बना चुके है.यहां आप काफी तरीके की कुल्फी का आनद ले सकते है जिनमे स्प.रबड़ी मटका कुल्फी,केशर-पिस्ता-बादाम मिक्स,चोकलेट,फ्रूट कुल्फी,और यहां की मशहूर पान कुल्फी और भी काफी तरिके की कुल्फी आपको खाने को मिलेगी. 

इनकी कुल्फी की शोहरत दूर-दूर तक है. कई दशकों का अनुभव इनकी कुल्फी में साफ नजर आता है. कुछ खास तरह की कुल्फियों ने यहां अपना रंग जमा रखा है.समय के साथ जैसे-जैसे व्यापार बढ़ता गया, वैसे-वैसे कुल्फी ने भी अपने रंग बदले और समय को देखते हुए इसमें किस्में जुड़ती गईं.लकिन कवालिटी को लेकर उन्होंने कभी कोई समझौता नहीं किया. दूध से लेकर फलों तक सभी चीजों को जांचने-परखने के बाद ही उनका इस्तेमाल किया जाता है.

बंटी यादव और विकास यादव का दावा है कि कुल्फी का जो टेस्ट पहले था, वही आज भी बरकरार है.वे बताते हैं कि कुल्फी बनाने का तरीका आज भी उन्होंने पुराने स्टाइल का ही रखा है.बारह महीने यह सिलसिला चलता रहता है.

Shop No 46, Bada Sarafa, Sarafa Bazar, Indore, Madhya
समय: रात 9 से 11