इंदौर नगरी में खान-पान की बात हो और पान का जिक्र नहीं करे तो बात कुछ अधूरी-अधूरी सी लगती है.पान का इतिहास 5000 सालों से भी ज्यादा पुराना है. अगर आपने कभी गौर किया हो तो पान का ज़िक्र श्रीमद भागवत गीता में भी हुआ है जिसमे श्री कृष्णा पान चबाया करते थे.
पान साँसों को ताज़ा करने के लिए और मेहमानों को सम्मान के तौर पर खिलाया जाता है.पान का भारत से सांस्कृतिक रूप से भी काफी जुड़ाव है.पान धूप, दीप के साथ आराध्य देव को भी चढ़ाया जाता है.
तो आइये आज हम आप को बताते है जो इंदौर की शान और पहचान दोनों है जी हां…हम बात कर रहे हैं इंदौर की मशहूर पान की दूकान “करणावत पान पैलेस ”
यह पान पैलेस इंदौर का काफी मशहूर पान पैलेस है और इसकी वजह है यहाँ के पान का बेहतरीन स्वाद। करीब 40 साल पहले गुलाब सिंह जी चौहान ने करणावत नाम से पान की दूकान की शुरुवात की थी.आज वही पान की दूकान इंदौर की शान और पहचान दोनों बने हुए है.
यहाँ पर आपको लगभग 56 तरीके के पान मिल जाएँगे जिसमे है रॉयल गुलाब, चन्दन पान, आइस पान, चॉकलेट पान, स्ट्रॉबेरी पान, ड्राई फ्रूट पान, सादा पान, मीठा पान और तम्बाकू पान…
यहाँ पर बात-चीत करने पर हमने जाना की गर्मी के मौसम में आम लोगो के मुंह में छाले हो जाते है जिसके लिए ये एक ख़ास छाले वाला पान बनाते है और सर्दी में लोगों को ख़ासी और ज़ुकाम परेशान करते है जिसके लिए भी ये एक खासी वाला पान बनाते है. इस पान की सामग्री पूछने पर हमें उन्होंने बताया की यह एक राज़ है लेकिन इससे आपके छाले और खासी का समाधान ज़रूर निकल आएगा.
यहाँ का पान बहुत स्वादिस्ट है और बाकी पान भंडार से इसकी रेट थोड़ी सी कम भी है. यहाँ के पान ना केवल दिखने में सुन्दर लगते है लेकिन स्वाद में भी लाजवाब है. अपने मीठे पान पर ये आखिर में बादाम और चेरी से सजावट करते है.यहाँ पर हर समय आपको काफी भीड़ देखने को मिल जाएगी.
यह पान पैलेस करीब 40 साल पुराना है. यहाँ के पान की ये खासियत है की ये अपने पान में ख़ास बनारसी पान की पत्ती का इस्तेमाल करते है जो बहुत स्वादिष्ट और सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं. इन पत्तियों में गुलकंद, गुलकंद सुपारी, सौफ और खजूर सुपारी को पत्ते में भर के इसका मीठा पान बनाते है.
वैसे तो पान की दूकान इंदौर की हर गली हर मोड़ पर है जिसकी गिनती भी नहीं की जा सकती लेकिन “करणावत पान पैलेस” की दूकान में कुछ अलग सा मजा कुछ ख़ास ही अंदाज है.कई लोगों से हमने बात की तो पता चला की वो यहां स्पेशल आते ही पान खाने के लिए है.साथ ही साथ अगर आप इनके पान का घर बैठे भी स्वाद लेना चाहते हैं तो इसकी सुविधा भी उपलब्ध हैं. यहां सुबह से ही अलग- अलग किस्म के पान बनने का सिलसिला शुरु हो जाता है.जो देर रात तक इसी प्रकार चलता रहेता है.
यहीं कारण है की करणावत पान पैलेस आज अपने पान में बेहतरीन स्वाद के कारण इंदौर के काफी हिस्सों में अपनी जगह बनाये हुए है.
तो सोचना क्या अलग अंदाज से और सब से अलग तरीके के पान का स्वाद लेने के लिए आपको भी एक बार पर जरूर जाना चाहिए.