चाय से हम हिंदुस्तानियों का रिश्ता बहुत गहरा है। सुबह की शुरुआत हो या दिन का अंत चाय की चुस्की से बेहतर कुछ नहीं है। देश क्या अब तो दुनिया के हर कोने में चाय वाला मिल जाएगा। हर शहर में कोई ना कोई मशहूर चाय वाला जरूर है।
बहरहाल, आज हम बात एक ऐसे चाय वाले की करने वाले हैं जो हर दिन गरीबों को मुफ्त में चाय और बन मस्का देते हैं। सुबह-सुबह उनकी दुकान के बाहर आपको गरीब-बेसहारा लोगों की लंबी कतार नजर आएगी।
1946 में छोटे से स्टाल से हुई थी शुरुवात
देश के गुलाबी नगर यानी जयपुर गए और ‘गुलाब जी चाय वाले‘ की चाय नहीं पी, तो आपकी ट्रिप अधूरी है। गुलाब जी की दुकान पर हमेशा युवाओं से लेकर बूढ़ों तक की भीड़ लगी रहती है। आप चाय पीजिए, बन मस्का खाइए। पैसे हैं तो दीजिए, नहीं हैं तो कोई बात नहीं।
देश में चाय के नाम पर खूब सियासत होती रही है लेकिन इसे इत्तर एक ऐसा चाय वाला भी है जो सियासत से नहीं बल्कि प्यार के दो घूंट पिलाकर लोगों के दिलों पर राज करता रहा है। ये शख्स थे जयपुर के गुलाब जी चाय वाले जिनका 95 साल की उम्र में निधन हो गया और आज इस दुकान की बागडोर उनके बेटे शिवपाल सिंह के हाथ में है।
गुलाब जी ने देश आजाद होने से एक साल पहले 1946 में 130 रुपए खर्च कर एमआई रोड पर चाय की रेहड़ी लगाई।
- जयपुर के एमआई रोड पर पिछले 78 साल से चाय की दुकान सजाने वाले गुलाब जी के देश-दुनियां में हजारों मुरीद थे
- राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री भैरोंसिंह शेखावत, हरिदेव जोशी आदि इनके दुकान पर चाय पी चुके हैं
पिछले 7-8 साल से देश में चाय के नाम पर खूब सियासत होती रही है लेकिन इसे इत्तर एक ऐसा चाय वाला भी है जो सियासत से नहीं बल्कि प्यार के दो घूंट पिलाकर लोगों के दिलों पर राज करता रहा है। ये शख्स थे जयपुर के गुलाब जी चाय वाले जिनका शनिवार को 95 साल की उम्र में निधन हो गया। जयपुर के एमआई रोड पर पिछले 74 साल से चाय की दुकान सजाने वाले गुलाब जी के देश-दुनियां में हजारों मुरीद हैं।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री भैरोंसिंह शेखावत, हरिदेव जोशी, शिवचरण माथुर और मोहन लाल सुखाडिय़ा तक गुलाब जी की इस छोटी सी चाय की दुकान पर बैठकर चाय की चुस्कियां लेने आते रहे हैं। शहनाई वादक बिस्मिल्लाह खान और कई फिल्म सितारे चाय का लुत्फ उठाने उनकी इस छोटी सी दुकान पर आते रहे हैं। जागीरदार परिवार से ताल्लुक रखने वाले गुलाब जी ने देश आजाद होने से एक साल पहले 1946 में 130 रुपए खर्च कर एमआई रोड पर चाय की रेहड़ी लगाई।
उस वक्त लोगों को उनका यह काम इसलिए नागवार गुजरा क्योंकि वो नहीं चाहते थे राजपूत परिवार का लड़का सड़क पर चाय बेचे। अपनी मेहनत से गुलाब जी ने वो मुकाम हासिल किया और आज उनके बेटे शिवपाल सिंह ने उसी तरहे इस काम को बखुभी संभाल रखा है ।