जयपुर:(जे.पी शर्मा) काव्यस्थली साहित्यिक मंच द्वारा आयोजित काव्यस्थली काव्यसेतु में रविवार दिनांक 31-12-2023 को स्ट्रीम यार्ड पर लाइव काव्यगोष्ठी का आयोजन किया गया। मंच का संचालन रश्मि मृदुलिका द्वारा किया गया। मंच पर सर्व प्रथम रश्मि मृदुलिका ने काव्यस्थली मंच की विशेषता का परिचय देते हुए मंच की संस्थापिका और संचालिका डॉ सुनीता शर्मा का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि यह पटल उनके सपनों का प्रतीक है साहित्य को पूर्ण रूप से समर्पित यह मंच डॉ सुनीता शर्मा और मंच के अध्यक्ष और संरक्षक वरिष्ठ पत्रकार जे पी शर्मा के अथक प्रयासों का मूर्त रूप हैं।
काव्यस्थली मंच ने अन्य मंचों से बहुत अलग अपनी पहचान बनाई है यहां सब सदस्यों के मध्य परिवार के सदस्यों के समान प्रेम और समर्पण की भावना दृष्टि गोचर होती है नवांकुर और प्रतिष्ठित लेखक लेखिकाओं को यथोचित सम्मान और प्रोत्साहन दिया जाता है समय समय पर अनेक प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती इस कारण प्रतिभाशाली युवा रचनाकारों में उत्साह बना रहता है। रश्मि मृदुलिका ने एन पी पाठक से सरस्वती वंदना करने का आग्रह किया एन पी पाठक ने स्वरचित मां शारदे का स्तुति गीत गाकर अपने गायन कला का परिचय दिया तत्पश्चात उन्होंने तरन्नुम में एक ग़ज़ल ‘एक पर्दा उठ रहा है एक पर्दा गिर रहा है.गाई जिसका हर शे:र काबिले तारीफ़ था अंत में उन्होंने बाल कविता सुनाकर श्रोताओं का मन मोह लिया।
सुप्रसिद्ध साहित्यकार इंद्रजीत सिंह ‘इंद्र’ ने मंच पर एक सुंदर मुक्तक सुनाया तथा नव वर्ष के उपलक्ष्य में एक सुंदर गीत ‘मैं दिवस खुशियों के लाने रात से मिलने चला हूं ,सस्वर गाकर सबको रोमांचित कर दिया। इंद्रजीत सिंह को यदि ग़ज़ल का पर्याय कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी उन्होंने बेहद उम्दा लहज़े में ग़ज़ल गाकर नव वर्ष पर सबको एक प्रेरणादायक संदेश दिया सुप्रसिद्ध कवयित्री डॉ वनीता चौपड़ा ने मंच को समर्पित करते हुए एक सुंदर मुक्तक सुनाया तत्पश्चात तरन्नुम में बेहद उम्दा शे;र से सुसज्जित एक ग़ज़ल पेश की जो उनके उत्कृष्ट लेखन कला का परिचय दे रही थी ।
बहुमुखी प्रतिभाशाली सत्यरुपा तिवारी ने मंच पर आते ही अपनी मधुर मुस्कान और सुंदर स्वर से भक्ति रस पर आधारित भगवान श्री विष्णु पर एक भक्ति मय रचना प्रस्तुत की तथा नव वर्ष के आगमन पर एक संदेशात्मक प्रेरणादायक गीत ” नव वर्ष का नव दीपक हमें जलाना है सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।अंत में रश्मि मृदुलिका ने अपनी रचना की खूबसूरत चार पंक्तियां सुनाकर आमंत्रित रचनाकारों को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम का समापन किया तथा काव्यस्थली परिवार व ब्राह्मण योद्धा फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने मंच पर आगंतुकों की प्रसंशा करते हुए शुभकामनाएं दी तथा उज्जवल भविष्य की कामाना की।