November 24, 2024
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किसी का मनोरंजन यदि किसी के लिए मौत का सबब बन जाए तो इस पर सोचने की आवश्यकता है। ऐसा ही कुछ इन दिनों राजस्थान के कई शहरों में देखने को मिल रहा है। राजसी शौक रहा पतंगबाजी का खेल आधुनिकता और मुनाफाखोरी के फेर में लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। विशेषकर राजधानी जयपुर में आसमान में तैरती पतंग सड़क पर चलने वालों के लिए डेथ फ्लाई साबित हो रही है। यह सब हो रहा है प्रतिबंधित चाइनीज मांझे के कारण। तमाम तरह की रोक के बाद भी जयपुर सहित राजस्थान के तमाम शहरों में चाइनीज मांझा खुलेआम बिक रहा है और इंसानी जान के साथ पक्षियों के लिए भी प्राणघातक साबित हो रहा है।

मकर संक्रांति के नजदीक आते ही जयपुर में पतंगबाजी परवान चढ़ती जा रही है। बाजार तरह-तरह की पतंगों और बरेली के मशहूर मांझे से सजे हुए हैं। लेकिन इन सब के मध्य चाइनीज मांझे की घुसपैठ भी पूर्व के वर्षों की तरह जारी है। 

इस मांझे का शिकार हुई पूनम कॉलोनी में रहने वाली खुशी झा हैं। 22 दिसंबर की शाम स्कूटी से सवा 5 बजे छावनी पुलिया से घर जा रही थीं। कटी हुई पतंग का चायनीज मांझा उनके गले में लिपट गया। गनीमत थी कि मुंह पर मास्क, स्कार्फ और हेलमेट लगा था। फिर भी मांझे से मुंह, होठ, गाल और गले पर कट लगे। गले और चेहरे पर 10 टांके लेने पड़े। भाई राहुल ने बताया कि गिरने से स्कूटी भी टूट गई।

प्रशासन ने इस मांझे पर प्रतिबंध लगा रखा है, फिर भी बाजारों में इसकी घुसपैठ है।