लोक कल्याण एवं सामाजिक सुरक्षा उत्सव के नाम पर 11 अगस्त को सिविल सोसाइटी और राज्य सरकार ने जो कार्यक्रम जवाहर कला केंद्र में आयोजित किया, लोक कलाकारों के अलावा भीड़ जुटाने के लिए इस कार्यक्रम में गिग वर्कर और स्ट्रीट वेंडर को भी बुलाया गया। गिग वर्कर इस कार्यक्रम में अपनी व्यवसायिक पोशाक में नजर आए, जिसकी वजह से पुलिस प्रशासन ने उन्हें कार्यक्रम से बाहर का रास्ता दिखाया।
राजस्थान ऐप आधारित श्रमिक यूनियन के प्रतिनिधियों के द्वारा लाख समझाइश के बाद भी पुलिस प्रशासन ने एक ना सुनी और मजबूर होकर सभी गिग वर्कर्स को इस कार्यक्रम का बहिष्कार कर अपने घर लौटना पड़ा। यूनियन के अध्यक्ष धर्मेंद्र वैष्णव ने बताया की सिविल सोसाइटी की उदासीनता और सरकार की अनदेखी की वजह से गिग वर्कर का जो अपमान हुआ है, वह बेहद दुखद और निंदनीय है।
अपना एक दिन का आर्थिक नुकसान उठाकर, अपनी जेब से पैसा खर्च कर इस कार्यक्रम में शामिल हुए गिग वर्कर्स के साथ ऐसी अपमानजनक स्थिति का होना दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस की कार्यवाही से अन्य जिलों से आए श्रमिकों में इस घटना को लेकर जो संदेश गया है वो सरकार के लिए चिंता का विषय हैं।