जयपुर: राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति के आव्हान पर नर्सेज की ग्यारह सूत्री मांगे नही माने जाने से आक्रोशित राजस्थान के सभी नर्सिंग कर्मियों ने आज चिकित्सालयों के मुख्य द्वार पर दो घंटे प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी एवम् सभाएं की।
समिति के प्रदेश संयोजक प्यारे लाल चौधरी,राजेंद्र राणा, नरेंद्र सिंह शेखावत ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि आज ढाई महीने से लगातार अपनी जायज मांगों को लेकर नर्सेज शांति पूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं इसके बावजूद राज्य सरकार द्वारा कोई निर्णायक वार्ता नही करने से राजस्थान के समस्त नर्सेज भारी आक्रोशित है,उन्होंने कहा कि नर्सेज राज्य सरकार की जनकल्याण कारी योजनाओं के प्रचार प्रसार करने, उनको जरूरत मंदो तक पहुंचाने एवम् जनहित के कार्य में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं और आंदोलनों से दूर रहते है।
इन्ही कारणों से राजस्थान के नर्सेज बिहार, यूपी ,हरियाणा,हिमाचल, दिल्ली जैसे राज्यों से एवम् राजस्थान में ही अपने समकक्ष पुलिस,शैक्षणिक,अकाउंट्स सर्विसेज आदि से वेतन भत्तों में एवम् पदोन्नति में काफी पिछड़ गए।उन्होंने चेतावनी दी है कि अब भी मांगों पर कोई निर्णायक करवाई नही की गई तो पूरे राजस्थान में आंदोलन को 02 अगस्त से ग्रामीण क्षेत्रों में और तेज किया जाएगा।
जिला संयोजक अनेश सैनी,महिपाल सामोता, जे पी कस्वा, ने बताया कि जयपुर में एसएमएस हॉस्पिटल, महिला चिकित्सालय, जनाना अस्पताल ,जे के लॉन,कांवटिया, गणगौरी, मनोरोग चिकित्सालय, सेटेलाइट हॉस्पिटल,जयपुरिया चिकित्सालय, टीबी हॉस्पिटल, गणगोरी हॉस्पिटल सहित तमाम चिकित्सालयों में नर्सेज ने दो घंटे विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की।
जिला सह संयोजक समोल चौधरी ने बताया कि एसएमएस हॉस्पिटल में आयोजित सभा को प्रदेश संयोजक नरेंद्र सिंह शेखावत, राजेंद्र राणा,प्यारे लाल चौधरी, भूदेव धाकड़, पुरषोत्तम कुम्भज, महासचिव कैलाश शर्मा, जावेद नकवी, तारा चंद जांगिड़,द्वारका यादव सहित दर्जन भर नर्सिंग नेताओ ने संबोधित करते हुए आंदोलन को तेज करने का निर्णय लिया।
उधर एसएमएस हॉस्पिटल में ट्रॉमा सेंटर के नर्सेज द्वारा पंद्रहवें दिन भी धरना दिया।