जयपुर– आज राजस्थान राज्य नर्सेज एसोसिएशन एकीकृत द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम अनुसार जयपुर के सभी चिकित्सालयों के नर्सेज संयोजकों एवम जिला तथा प्रदेश पदाधिकारियों की एक मीटिंग सवाई मानसिंह चिकित्सालय में आहूत हुई।
जिसमें सभी लीडर्स ने एक स्वर में वेतन विसंगति के मुद्दे पर सरकार की घोर नजरंदाजगी को लेकर असंतोष जताया । कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष भूदेव धाकड़,एवम जयपुर जिलाध्यक्ष अनेश सैनी ने बताया कि नर्सेज के दो उच्च पदोन्नति पदों,नर्सिंग अधीक्षक एवम जिला मुख्य नर्सिंग अधीक्षक की एक ही 5400 ग्रेड पे जैसी विसंगति होने,तथा प्रथम नियुक्ति पर ही 7100₹ प्रतिमाह की विसंगति तथा 27 वर्ष की सेवा पर 22700 ₹ प्रतिमाह तक की विसंगति, सीनियर नर्सेज का मूल वेतन जूनियर नर्सेज से 2200 प्रतिमाह तक कम होने, राज्य स्तर पर ही 9,18,27,वर्ष पर समकक्ष वेतनमान धारी शिक्षक, इंजीनियर,लेक्चरर से भी कम वेतनमान होने, अन्य केडरो के समान उच्च शिक्षा भत्ता, जोखिम भत्ता,ग्रामीण भत्ता,शुरू करने ,एवम वर्दी भत्ता, नर्सिंग भत्ता, हार्ड ड्यूटी भत्ता, विशेष वेतन भत्ते में वृद्धि, देहली के समान नर्सिंग केडर को रिव्यू कर अपेक्षित पदोन्नति के अवसर प्रदान करने,तथा समस्त संविदा कर्मियों का नियमितीकरण, एवम नर्सिंग निदेशालय की स्थापना जैसी प्रमुख मांगो पर सरकार की लगातार नजरंदाजगी, बर्दाश्त के बाहर है।
अतः राज्य के विभिन्न जिलों एवम ब्लॉक शाखाओं की सर्व सम्मत राय से मजबूरन राज्यव्यापी संघर्ष शुरू करने का निर्णय लिया गया है। सरकार को पूर्व में दिए गए कि ज्ञापनों पर कोई निर्णय नहीं होने से राज्य के समस्त नर्सेज संवर्ग में घोर असंतोष व्याप्त है,।अतः सामूहिक अवकाश तक की चरणबद्ध रणनीति बनाई गई है।जिसके प्रथम चरण में जयपुर के सभी चिकित्सालयों में आगामी 18 मई 2023 से क्रमिक रूप से 2 घंटे का कार्य बहिष्कार हरिबक्स कांवटिया चिकित्सालय शास्त्री नगर जयपुर से शुरू किया जायेगा।
बैठक में मौजूद महासंघ एकीकृत के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र राना ने कहा कि नर्सेज ने सरकार पर पूरा भरोसा किया, मगर अब नर्सेज के आंदोलन से रोगियों को होने वाली परेशानी के लिए सरकार ही जिम्मेदार होगी ।
महामंत्री कैलाश शर्मा ने बताया कि आंदोलन पूरे राज्य में बढ़ते क्रम में होगा, अतः सरकार को जल्द से जल्द समाधान निकालने की जरूरत है। बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष बी पी सिंह, यजुवेंद्र यादव ,के के यादव, गोविंद प्रसाद शर्मा महेंद्र पाल,हनुमान गर्ग, भवानी शंकर शर्मा, रतन सिंह शेखावत, सुशील शर्मा शिवराम यादव राकेश सैनी, शैलेंद्र शर्मा गोवर्धन सिंह सहित विभिन्न चिकित्सालयों के संयोजकों ने भाग लिया।