पहलवानों और WFI के बीच जारी ‘कुश्ती’ में अब पहलवानों को किसानों का भी साथ मिल गया है. दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवान धरने पर बैठे हैं और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. रविवार को संयुक्त किसान मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल धरना स्थल पहुंचा और कहा कि मोर्चा पहलवानों के साथ है और उन्होंने भी इस दौरान WFI अध्यक्ष की गिरफ्तारी की मांग दोहराई. रविवार को पहलवानों के धरने को आठ दिन पूरे हो चुके हैं. इस दौरान उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रधानमंत्री हमारे मन की बात भी सुनें.
किसान अपने आंदोलन को देने वाले हैं धार
बता दें कि, किसान एक बार फिर अपने आंदोलन को धार देने वाले हैं. कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुए कृषि आंदोलनों को भले ही खत्म हो गए एक अरसा बीत गया है लेकिन किसानों के संगठन अभी भी सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते. सरकार को उसके वायदों की याद दिलाते हुए कृषि संगठनों ने फैसला लिया है कि मई महीने में देश के हर राज्य में फिर से किसानों द्वारा आक्रामक आंदोलन किया जाएगा. यह फैसला रविवार को दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा की राष्ट्रीय बैठक में लिया गया जिसमें किसान संगठनों के 200 से अधिक किसान नेता शामिल थे.
26 मई से 31 मई तक होगा किसानों का प्रदर्शन
संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले जमा हुए किसान संगठनों ने यह फैसला लिया है कि एमएसपी को कानूनी दर्जा, कर्ज मुक्ति, किसान और खेतजदुर पेंशन और लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की गिरफ्तारी समेत किसानों पर हुए मुकदमों की वापसी और किसान आंदोलन के दौरान मृत हुए किसान परिवारों को मुआवजा के मुद्दे पर 26 मई से लेकर 31 मई तक देश के सभी राज्यों में धरना प्रदर्शन होगा.