बिजयनगर:(अनिल सेन) श्री वर्द्धमान श्वेतांबर स्थानकवासी जैन श्रावक संघ संस्था की भावभरी विनती पर होली चातुर्मास के तहत बड़े स्थानक में आयोजित धर्मसभा में संघनायक प्रियदर्शन जी म॰ सा॰ ने कहा की जिस व्यक्ति के दिल में गुरु मौजूद हैं और गुरु के दिल में आप मौजूद हो तो वह बड़ा भाग्यशाली है व्यक्ति की गुरु के प्रति आस्था निष्ठा समर्पण सच्चे मन से होनी चाहिए उक्त विचार संघनायक गुरुदेव श्री प्रियदर्शन जी म॰ सा॰ ने बड़े स्थानक में आयोजित धर्मसभा में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि व्यक्ति के संतो से गुरु से जुड़ाव के बाद उसकी जीवनशैली में बदलाव आना चाहिए गुरु से जुड़ाव के बाद व्यक्ति में उसके दैनिक आचरण विचार में उसके व्यवहार में बदलाव आना ही गुरु से जुड़ने की सार्थकता है उन्होंने कहा कि व्यक्ति की श्रद्धा अंगद की तरह होनी चाहिए अगर श्रद्धा हो तो अंगद की तरह दूत बनकर गया और कहा कि केवल मेरे पैर को हटाकर दिखाओ मैं स्वयं प्रभु राम से निवेदन करूंगा कि आप सीता माता को छोड़ के चले जाएं पर कोई भी योद्धा अंगद का पैर नहीं हिला पाया क्या वह पैर जमाना अंगद की ताकत थी अंगद की श्रद्धा आस्था विश्वास अपने प्रभु श्रीराम पर।
हमें भी अपने गुरु के प्रति अंगद के समान श्रद्धा आस्था निष्ठा होनी चाहिए धर्मसभा को सौम्य दर्शन म॰ सा॰ विराग दर्शन जी म॰ सा॰ ने भी संबोधित किया इससे पूर्व गुरु पन्ना ध्यान साधना केंद्र से संघनायक प्रियदर्शन जी म॰ सा॰ ने मंगल विहार किया और पीपली चौराहा, महावीर बाज़ार,बापू बाजार होते हुए गुरु पन्ना सोहन के जयकारों के साथ बड़े स्थानक में होली चातुर्मास हेतु मंगल प्रवेश किया बड़े स्थानक में श्री संघ अध्यक्ष प्रेम राज बोहरा ने संघनायक जी का श्री संघ की ओर से स्वागत अभिनंदन किया धर्म सभा का संचालन सह मंत्री संपतलाल बाबेल ने किया धर्म सभा में साध्वी प्रमुखा महासती कमलप्रभा जी म॰ सा॰ आदि ठाणा 8 भी विराजमान रहे, चतुर्विध संघ की उपस्थिति रही जिसमें सैंकड़ों श्रद्धालु लाभान्वित हुए..॥