छात्रसंघ पदाधिकारियों ने एक सुर में की मूर्ति लगाने की मांग
कोटपुतली:( संजय कुमार जोशी) लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय कोटपुतली में एक बार फिर मेजर सतीश दहिया की मूर्ति स्थापित करने मांग जोर पकड़ने लगी है । 5 साल से लगातार लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय में शहीद मेजर सतीश दहिया की मूर्ति लगाने की मांग छात्रों द्वारा निरंतर की जा रही है ।
आज के संदर्भ में महाविद्यालय के नवनिर्वाचित पदाधिकारी गण इकट्ठे होकर एलबीएस प्राचार्य के पास पहुंचे तथा उनसे ज्ञापन सौंपकर मेजर सतीश दहिया की मूर्ति कॉलेज परिसर में लगाने की मांग की
एबीवीपी की ओर से नवनिर्वाचित महासचिव के नेतृत्व में छात्र-छात्राओं द्वारा ज्ञापन सौंपा गया तथा पुरजोर मांग की गई कि विद्यार्थी हित में तथा देश के शहीदों को सम्मान देने की परंपरा का निर्वहन करते हुए कॉलेज परिसर में मेजर सतीश दहिया की मूर्ति स्थापित होनी चाहिए ।
छात्र-छात्राओं ने एक सुर में यह कहा कि मेजर सतीश दहिया इस कॉलेज के पूर्व विद्यार्थी रहे हैं तथा भारत सरकार द्वारा सूर्य चक्र पुरस्कार से सम्मानित है मेजर सतीश दहिया ने सर्जिकल स्ट्राइक में भाग लेकर देश का गौरव बढ़ाया था उनके शहीद होने के बाद से निरंतर कॉलेज में छात्र-छात्राओं द्वारा मेजर सतीश दहिया की मूर्ति लगाने की मांग की जा रही है लेकिन कॉलेज प्रशासन इस उसको ध्यान न दिया जाना खेद का विषय है ।
संयुक्त सचिव संदीप जाट ने कहा कि किसी भी सूरत में शहीदों के सम्मान में अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी अगर कॉलेज प्रशासन ने की बात नहीं मानी तो आने वाले समय में कॉलेज के सैकड़ों छात्र-छात्राएं संगठित होकर शहीद के सम्मान के लिए लामबद्ध होंगे ।
प्राचार्य ने इस पर आश्वासन देते हुए कहा कि छात्र-छात्राएं काफी लंबे समय से मेजर सतीश दहिया की मूर्ति लगाने की मांग करते आ रहे हैं । वे इसके लिए सार्थक प्रयास करेंगी । उन्होंने शीघ्र इस पर विचार कर उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया ।
इस मौके पर ABVP जिला संयोजक अजय सिंह राठौड़ छात्र संघ महासचिव दीपिका स्वामी संयुक्त सचिव संदीप जाट, मोनू स्वामी, छात्र नेता विजय स्वामी, संजय सैनी, अजय, अभिषेक भारद्वाज, टिंकू, राकेश आर्य ,संदीप शर्मा समेत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारी मौजूद थे ।
गौरतलब है कि मेजर सतीश दहिया 2003 से 2005 तक एलबीएस कॉलेज के विद्यार्थी रहे तथा उन्होंने इस कॉलेज से स्नातक की उपाधि ग्रहण की । सतीश दहिया ने लेफ्टिनेंट पद के रूप में भर्ती होकर भारतीय सेना को ज्वॉइन किया तथा वर्ष 2017 में जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकियों से मुठभेड़ करते हुए 3 आतंकियों को ढेर करने के बाद शहीद हो गए । उनकी बहादुरी पर मरणोपरांत भारत के राष्ट्रपति ने उन्हें शौर्य चक्र बहादुरी पुरस्कार से अलंकृत किया । तभी से महाविद्यालय के छात्र शक्ति उनकी मूर्ति कॉलेज परिसर में लगाने की निरंतर मांग कर रही है । लेकिन कॉलेज प्रशासन का रवैया अभी तक उदासीन ही रहा है , उन्होंने इस संदर्भ में अभी तक कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है । जिससे छात्रशक्ति शहीदों के सम्मान में हो रही इस अनदेखी से आहत है तथा उनमें आक्रोश का माहौल है ।