जयपुर- ऋषि पंचमी के पावन पर्व पर ऋषि मुनियों का पूजन अर्चन कर सफेद वस्त्र धारण कराकर दही, चावल, मिष्ठान का भोग लगाया गया।
ब्राह्मण समाज की महिलाएं ऋषि पूजन कर हरिदुर्वा चढ़ाकर सप्त ऋषि कथा सुनती है एवं इस दिन व्रत उपवास रखकर सूर्य भगवान की आरती उतारकर अर्क देती है।
आरती होने के पश्चात पक्षियों को चुग्गा डाला जाता है एवं सात ब्राह्मण देवता को सप्त ऋषि के रूप में बुलाकर उन्हें भोजन कराया जाता है एवं सफेद वस्त्र, चावल, नारियल, मिष्ठान, एवं दक्षिणा दी जाती है पूरा परिवार ब्राह्मण देवताओं के चरण स्पर्श कर तिलक चावल अर्पित कर दीर्घायु स्वास्थ्य लाभ का आशीर्वाद लेते हैं।
ऋषि पंचमी पर ब्राह्मण समाज, माथुर कायस्थ, पाराशर, पारीक एवं माहेश्वरी व दाधीच ब्राह्मण इस दिन रक्षाबंधन का त्यौहार भी बड़ी धूमधाम से मनाते है बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर भाई की लंबी आयु की कामना करती है।