September 22, 2024

सर्वसमाज के सैकड़ों लोगों ने पुष्प वर्षा कर यात्रा का किया भव्य स्वागत

कोटपूतली:(संजय कुमार जोशी)

गुजरात से पैदल चलकर आ रही भीम रुदन यात्रा का पावटा पहुंचने पर रविवार को सर्वसमाज के सैकड़ों लोगों द्वारा पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया। इस मौके पर बाबा साहब के स्टेच्यू व सिक्के पर माल्यार्पण कर यात्रा में शामिल यात्रियों पर जमकर पुष्प वर्षा की गई।

छुआछूत मुक्त भारत अर्थात एक देश एक राष्ट्र की दिशा में मजबूत कदम उठाने के लिए 01 अगस्त से शुरू होकर भीम रुदन यात्रा गुजरात के अहमदाबाद से राजस्थान के सांचौर, धौरीमन्ना, गुढ़ामालानी, सिणधरी, बालोतरा, शेरगढ़, नागौर, अजमेर, जयपुर, शाहपुरा, पावटा-प्रागपुरा, कोटपूतली होते हुए दिल्ली में 1111 किलोग्राम का सिक्का एवं एक-एक रुपये के 21 लाख सिक्के संसद भवन निर्माण के सहयोग के तौर पर राष्ट्रपति/भारत सरकार को सूपुर्द कर उनसे आग्रह किया जायेगा कि ये सिक्के नये संसद भवन में स्थापित किये जाये।

गुजरात के प्रख्यात मानवाधिकार कार्यकर्ता मार्टिन भाई मैकवान ने बताया कि भारत को आजाद हुए 75 वर्ष हो गए तथा देश की आजादी के 2047 में 100 वर्ष पूर्ण हो जायेंगे। इतने लम्बे अंतराल के बाद भी देश में मानवीय छुआछूत आज भी चर्म पर व्याप्त हैं। जीवन बचाओ आंदोलन के मुख्य संयोजक नित्येन्द्र मानव ने कहा कि संविधान प्रदत्त अधिकारों की सुरक्षा हेतु देश में जाति आधारित भेदभाव व आर्थिक असमानता के विरोध में राष्ट्रव्यापी जनजागरण अभियान के तहत निकाली जा रही भीम रुदन यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत देश को 2047 तक जाति आधारित भेदभाव से मुक्त करवाने के लिए भारत सरकार से कटिबद्धता जाहिर करवाना है।

वरिष्ठ किसान नेता राजाराम मील ने यात्रा के उद्देश्यों का समर्थन करते हुये कहा कि सभ्य समाज में मानवीय छुआछूत देश की प्रगति एवं विकास में बाधक है। आगामी 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश के दलितों व आदिवासियों द्वारा अब तक का सबसे भारी 1111 किलो वजनी सिक्का भेंटकर इस बात की तरफ ध्यान आकृष्ट करवाया जाएगा कि वो जाति मुक्त भारत अर्थात एक देश एक राष्ट्र की दिशा में मजबूत कदम उठाएं।

इस दौरान डॉ. अम्बेडकर सेवा समिति जयपुर के प्रदेशाध्यक्ष एवं जयपुर यात्रा संयोजक केपी सिंह जाटव, समता सैनिक दल राजस्थान के राष्ट्रीय महासचिव रघुनाथ बौद्ध, वरिष्ठ समाजसेवी रामेश्वरलाल सेवार्थी, पूजा सिंह, अमर सिंह, महासचिव एड. गोरधन जयपाल, सचिव अशोक कुमार मेघवाल, एड. हितेश राही, महेश जाटव, युवा नेता सुनील भिंडा, एड. ताराचंद वर्मा, दिनेश भाई परमार, इंदु रोहित, इमाराम भीकमकोर, महेंद्र परिहार चाचियावास सहित भारत के विभिन्न राज्यों के करीब 400 से अधिक सोशल एक्टिविस्ट समेत पूर्व सरपंच सागरमल वर्मा, मौलाना इब्राहिम, ओ पी बायला, लालचंद मीना, पूर्व पंच कैलाश जिंदल, मनोज बुनकर, राजेश हाडिय़ा, बलवंत मीना, पार्षद मनीष निमोरिया, रामगोपाल आर्य, दिनेश हाडिय़ा, सुभाष मेहरानिया, देवकरण बुचारा, पूरण मूलोदिया, जगदीश रंगीला, शहीद लुहार, गन्नी भाई, विकास वर्मा, अशोक मूलोदिया, रघुवीर वर्मा, राजकुमार धानका, अजय आर्य, नाथूराम मीना, अजय चौहान, जसवंत वर्मा, रामकिशन जाटावत, हेमंत कुमार सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

आकर्षण का केंद्र रहा सिक्का एवं स्टेच्यू :- यात्रा में देश के विख्यात मानवाधिकार कार्यकर्ता एवं चिंतक मार्टिन मेकवान के निर्देशन में छुआछूत मुक्त भारत की परिकल्पना को लेकर तैयार किया गया 1111 किलोग्राम विश्व का सबसे बड़ा पीतल का सिक्का एवं संविधान लिखते हुये बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर की बड़ी स्टेच्यू लोगों के आकर्षण का केंद्र बिंदु रही।

एक-एक रूपये के 21 लाख रुपये के सिक्के भी सौंपे जायेगें :- प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता एवं चिंतक मार्टिन मैकवान के नेतृत्व में भारत के विभिन्न राज्यों के नागरिकों से जुटाये गये 1-1 रुपये के 21 लाख सिक्के नये संसद भवन के निर्माण में नागरिकों के सहयोग के तौर पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं लोकसभा अध्यक्ष को सौंपे जायेगें।

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