ग्रामीणों में रोष व्याप्त, पाँच सुत्रीय माँगों को लेकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
कोटपूतली : (संजय कुमार जोशी)
निकटवर्ती अलवर जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र में एक दलित युवती से किये गये सामूहिक दुष्कर्म को लेकर ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है। जीवन बचाओ आंदोलन के मुख्य संरक्षक नित्येन्द्र मानव ने शनिवार को पीडि़त पक्ष से मुलाकात कर वस्तुस्थिति जानी व पीडि़ता को हरसम्भव न्याय दिलाने कि बात कहीं। वहीं थानागाजी एसडीएम डॉ. नवनीत कुमार ने दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार करवाने का आश्वासन दिया।
घटनाक्रम को लेकर नित्येन्द्र मानव ने सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में एसडीएम डॉ. नवनीत कुमार को 5 सूत्रीय मांगों का राज्य सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा। मानव ने बताया कि नारायणपुर थाना क्षेत्र के फुटारामपुर बाड़ गुजरान में विगत 11 मई बुधवार को प्रात: घर के पीछे शौच करने गई युवती को दो युवक जबरन पकडकऱ जंगल में घसीट ले गये तथा दोनों युवकों ने युवती से सामूहिक दुष्कर्म किया जिससे युवती बेहोश हो गई। करीब 7-8 घंटे बाद दोपहर होश आने पर घर आकर सम्पूर्ण घटनाक्रम से परिजनों को अवगत कराया।
नित्येन्द्र मानव ने एसडीएम से एफआईआर 117/ 2022 में नामजद दोषियों को अविलम्ब गिरफ्तार करने, पीडि़ता को आर्थिक सहायता, सरकारी नौकरी, पीडि़त पक्ष को पर्याप्त पुलिस सुरक्षा उपलब्ध करवाने की मांग की। यदि 15 दिनों में सभी मांगे नहीं मानी गई तो उपखण्ड कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं घटना नारायणपुर थाना व थानागाजी सीमा क्षेत्र के मध्य होने से एसडीएम सुनीता मीणा व तहसीलदार को भी ज्ञापन देकर पीडि़ता को न्याय व दोषियों को सजा दिये जाने की मांग की गई। मानव ने बताया कि पुलिस प्रशासन को शनिवार दोपहर अल्टीमेटम दिये जाने के बाद शाम तक पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
सामाजिक कार्यकर्ता राजेश हाडिया व बलवन्त मीणा ने बताया कि पुलिस ने 376 डी व 3(2)(1) आईपीसी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। सीओ थानागाजी आदित्य पुनिया ने मामला दर्ज होने पर पीडि़ता का मेडिकल कराया तथा थानाधिकारी अजय सिंह शेखावत के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए रवाना की गई। इस दौरान अलवर जिला पार्षद सदस्य मुकेश गोठवाल, मेघवाल समाज अध्यक्ष छीतरमल गोठवाल, पूर्व विधायक प्रत्याशी सचिन वर्मा, मनीष निमोरिया, मुकेश खाडिय़ा, प्रकाश चंद बलाई, पूरण चंद डुमोलिया आदि मौजूद रहे।
पांच सूत्रीय मांगें :- पाँच सुत्रीय माँगों में नामजद अभियुक्तों को अविलम्ब गिरफ्तार करने, प्रकरण की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में की जावें ताकि अभियुक्तों को शीघ्र सजा मिल सके, पीडि़त पक्ष को आये दिन मिल रही धमकियों को देखते हुए पीडि़त पक्ष को पर्याप्त पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराई जावे, पीडि़त पक्ष की दयनीय आर्थिक स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा कम से कम 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता व इस तरह के प्रकरणों में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की तरफ से मिलने वाली आर्थिक सहायता को अविलम्ब मंजूरी दी जावे, पीडि़ता के साथ हुए अमानवीय अत्याचार व भविष्य में आने वाली चुनौतियो को देखते हुए पीडि़ता को सरकारी नौकरी दिये जाने की माँग की गई है।
तहलका डॉट न्यूज