जयपुर- श्री दक्षिण मुखी बालाजी मंदिर हाथोज धाम में परम श्रद्धेय स्वर्गीय श्रीमती सुशीला देवी मंगलहारा की प्रथम पुण्यतिथि पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ के सप्तम दिवस व्यास पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया स्वामी श्री बालमुकुंद आचार्य महाराज ने कथावाचक व्यास जी महाराज की पूजन अर्चन कर दक्षिणा एवं वस्त्र अर्पित किए! कथा के मध्य में स्वामी श्री बालमुकुंदाचार्य जी महाराज हाथोज धाम ने प्रवचन देते हुए बताया कि प्रतिदिन कथा के मध्य सर्व समाज की कार्यकारिणी उपस्थित रहती है उन्होंने कहा कि जिन देवताओं की हम अर्चन पूजन करते हैं कथा सुनते हैं उन देवताओं ने कभी भी किसी समाज को जाति को नहीं बांटा तो हम लोगों का धर्माचार्यों का दायित्व बनता है कि समाज में मुग़ल काल से जो कुरीति प्रारंभ हुई थी समाज और जातियों को बांटने की इसको दूर करने की आवश्यकता है।
समस्त हिंदू समाज को संगठित होने की आवश्यकता है इसी की शुरुआत हाथोज धाम से की गई है! पिछले 20 वर्षों से भंडारा प्रसादी इत्यादि में सभी समाज के लोगों को बुलाया जाता है।
सभी सामूहिक रूप से सेवा करते हैं वाल्मीकि समाज, खटीक समाज, रेगर समाज, ब्राहमण समाज, वैश्य समाज के पदाधिकारी कार्यकर्ता एवं पदाधिकारियों द्वारा भगवान की आरती की जाती है।
हमारा उद्देश्य है कि हिन्दू समाज को संगठित करना हिंदू समाज को जागृत करना हिंदू समाज को एक करना इसी उद्देश्य को लेकर कथा करते हैं!
भगवान राम का अवतार हुआ तो भगवान ने सभी जाति धर्म के लोगों के साथ लेकर जीव, जंतु, पशु, पक्षी सबको साथ लेकर भगवान राम ने लंका पर चढ़ाई की थी विजय प्राप्त की थी इसी प्रकार से हम भी भगवान के बनाए हुए सभी जीवो का सम्मान करते हैं आदर करते है सभी को साथ लेकर चलने का उद्देश्य रखते हैं यही हमारी सनातन परंपरा है हमारे वेद पुराण कथाएं भी हमें यही संदेश देते हैं उसी संदेश को लेकर हम लोग काम कर रहे हैं वाल्मीकि समाज राजस्थान की समस्त कार्यकारिणी मनोज चाव॑रिया प्रतिदिन कथा में उपस्थित रहते हैं एवं भगवान की आरती कर प्रसाद लेकर प्रस्थान करते हैं!
आज की कथा में कथावाचक व्यास महंत गणेश दास जी महाराज अयोध्या धाम द्वारा सुदामा चरित्र, परीक्षित मोक्ष वर्णन किया तत्पश्चात सभी भक्त जनों ने व्यास पूजन कर आरती का आयोजन किया गया एवं प्रसादी वितरित की गई!
तहलका डॉट न्यूज