जयपुर (जे.पी शर्मा) साहित्य के क्षेत्र में जमशेदपुर, झारखंड की रहने वाली युवा कवयित्री अंकिता सिन्हा बहुत ही कम उम्र में राष्ट्रीय स्तर पर अपना पहचान बनाने में सफल रही है। कुछ कर गुजरने की जोश, जु एननून और जज्बा कूट कूट कर भरा हुआ है। उनकी प्रस्तुति का परचम पूरे देश भर में लहरा रहा है। तभी तो केन्द्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद गणतंत्र दिवस पर श्रीनगर के लाल चौक पर झंडा फहराने और देशभक्ति गीत प्रस्तुत करने वाली देश की पहली महिला बनने का गौरव हासिल की है।
श्री राम प्रवेश प्रसाद और श्रीमति शंकुतला देवी की इस पुत्री की दो पुस्तक आकांक्षा और कोरोना काल प्रकाशित हो चुका हैं। तीसरी पुस्तक का प्रकाशित होने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। रांची विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की शिक्षा प्राप्त करने वाली अंकिता सिन्हा का रचना विधा- कविता, ग़ज़ल शेर कहानी आलेख, शायरी में जबरदस्त पकड़ है।
शकुंतला हिंदी साहित्य एवंम सांस्कृतिक मंच की संस्थापक अध्यक्ष अंकिता सिन्हा को दिल्ली में भारतीय तिरंगा गौरव अवार्ड सहित दर्जनों सम्मान मिल चुका है। साहित्य मंच द्धारा साहित्यिक पत्रिकाओं में सम्मान/पुरस्कार भारतीय तिरंगा गौरव अवार्ड, बतौर स्पेशल गेस्ट आमंत्रित। वी.के. सिंह केंद्रीय मंत्री से सम्मानित। अरुणिमा स्मृति अवार्ड। कलाम यूथ लीडरशिप कॉन्फ्रेंस अवार्ड।
जमशेदपुर के टाउन हॉल में ईस्ट इंडिया इवेंट्स स्टार हंगामा द्वारा दिखा दे दम सिजन टू में बतौर स्पेशल गेस्ट सम्मान के साथ। कार्यक्रम में जज के रूप में नेहल चुडासमा डांसिंग मुंबई से मिस यूनिवर्स 2018, मॉडलिंग हरिहर दास, सिंगिंग श्रद्धा दास सारेगामा लिटिल चैम्प 2005।
कार्यक्रम में झारखंड, बिहार, बंगाल, ओड़िसा के 128 प्रतिभागी। आकाशवाणी, दूरदर्शन रांची में कविता पाठ कि प्रस्तुति। इसके साथ ही झारखंड के भरकुंडा रांची, जमशेदपुर, बंगाल के आसनसोल, चितरंजन में हिन्दी साहित्य सम्मेलन में सम्मान।
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