जयपुर- जयपुर के सीताराम समाज छोटी चौपड़ के द्वारा भगवान सीताराम जी के विवाह उत्सव के बाद लगातार 46 दिन तक मिजवानी उत्सव मनाया जाता है! यह परंपरा लगभग ढाई सौ साल पुरानी है स्वामी श्री बालमुकुंद आचार्य जी महाराज हाथोज धाम ने बताया कि जयपुर में भगवान के विवाह उत्सव के बाद प्रतिदिन अलग-अलग स्थानों पर भगवान की मिजवानी उत्सव मनाया जाता है!
जिसमें भगवान राम जानकी की चरण धुलाई होती है तत्पश्चात भजन,सत्संग कीर्तन का आयोजन किया जाता है! जिसमें मिथिला के पद भजन मिथिला शैली में गाकर भगवान के लाड लडाए जाते हैं!
भगवान राम के ससुराल पक्ष की सीता मैया की सखियां गारी गाकर भगवान के लाड लड़ाती है!
तत्पश्चात भगवान को छप्पन भोग का भोग लगाया जाता है भोग लगाने के बाद भगवान की महाआरती स्वामी श्री बालमुकुंद आचार्य जी महाराज एवं महंत पुरुषोत्तम दास मंगलहारा द्वारा की गई!
तत्पश्चात प्रसादी भंडारा का कार्यक्रम आयोजित किया गया इसी क्रम में श्री दक्षिण मुखी बालाजी मंदिर में भगवान सीताराम जी महाराज का यह मिजवानी उत्सव मनाया गया! इस अवसर पर संस्था के रामशरण हल्दिया, अवधेश पोद्दार, महेश भगत, रामबाबू दुकान, ओमप्रकाश कानूनगो, बाबूलाल दुकान, रामरतन गोलियां, प्रभु तांबी, सतीश शर्मा, गंगा शरण चौधरी, रामजीलाल, रामबाबू झालानी एवं समस्त सीताराम समाज के सभी वैष्णव जन उपस्थित रहे!