जयपुर- स्वामी श्री बालमुकुंद आचार्य जी महाराज हाथोज धाम ने सभी भक्तजनों को पंच दिवसीय दीपोत्सव की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए बताया कि अगर विधि विधान से मां लक्ष्मी की पूजा की जाए तो उस परिवार पर मां लक्ष्मी, गणेश, कुबेर की कृपा बरसती है! धनत्रयोदशी के दिन लाल वट वृक्ष के तेल के 11 दीपक तांबे के पात्र में प्रज्वलित करें श्री सूक्त कनकधारा स्तोत्र और कुबेर भगवान के बीज मंत्र के जप करें!लक्ष्मी माता के बीज मंत्रों का स्फटिक की माला या कमलगट्टे की माला से ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं, ॐ श्री लक्ष्मयै नम:, ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥ ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः ॥ ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये॥ धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥ जाप करावे और लक्ष्मी माता को केसर युक्त खीर का भोग लगाकर ब्राह्मण को भोजन करावे! पीत्त वस्त्रों का दान करें इस अनुष्ठान को ब्राह्मण के द्वारा 5 दिन के दीप उत्सव में विधिवत करवा कर प्रतिदिन देसी नस्ल की गौ माता को हरा पालक हरा चारा खिलाकर संपूर्ण करने से भगवान लक्ष्मी, गणेश की कृपा बरसती है और कुबेर खजाने को भरते है! 16 सिक्के चांदी के पंचामृत से अभिषेक कर 5 दिन की दीपोत्सव में पूजन में रखकर सिद्ध करें और तिजोरी में स्थापित करें पुरुष सूक्त गोपाल सहस्त्रनाम वाल्मीकि सुंदरकांड करें या करावे महालक्ष्मी आपकी संपूर्ण मनोकामना पूरी करेगी!