जे पी शर्मा जयपुर: उपमहापौर पुनीत कर्णावट ने जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड का स्थाई चैयरमेन पद पर नगर निगम ग्रेटर के महापौर को नियुक्त करने की मांग करते हुए कहा कि राजनैतिक गुना भाग के चलते राज्य सरकार ने अपनी अफसरों को सर्वेसर्वा बनाने की नीति के तहत आठ महीने से प्रशासनिक अधिकारी को जेसीटीएसएल चैयरमेन का चार्ज दे रखा है जिससे बसों के रखरखाव, खरीद,संचालन एवं प्रबंधन सहित सभी आवश्यक कार्य अटके पड़े हैं जिसका खामियाजा शहर की जनता को भुगतना पड़ रहा है।पुनीत कर्णावट ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जेसीटीएसएल चैयरमेन के पद पर महापौर की नियुक्ति की जाती है लेकिन जयपुर में दो नगर निगमों के गठन के बाद ग्रेटर में बीजेपी का बोर्ड है तथा हैरीटेज में कांग्रेस का इसलिए सरकार की नीयत में खोट आ गई है। इस निर्णय को भी सरकार राजनैतिक चश्में से देख रही है जिसके चलते आठ महीने से जेसीटीएसएल में स्थाई चैयरमेन की नियुक्ति नहीं की जा रही है। महत्वपूर्ण बात यह है कि लगभग 65 प्रतिशत जेसीटीएसएल बसों का संचालन नगर निगम ग्रेटर क्षेत्र में होता है तथा प्रमुख बस डिपो एवं मुख्य कार्यालय भी ग्रेटर क्षेत्र में ही स्थित हैं। उल्लेखनीय है कि स्थाई चैयरमेन नहीं होने से इलेक्ट्रिक व नई बसों की खरीद, बसों के संचालन एवं सरकार से मिलने वाले फंड सहित अनेक अतिआवश्यक कार्यों की फाइलों पर प्रशासनिक अधिकारी द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया जा रहा है जिससे फाइलें लम्बे समय से अटकी पड़ी हैं।पुनीत कर्णावट ने अपनी मांग को दोहरते हुए कहा कि जनहित को ध्यान में रखते हुए बसों के बेहतर संचालन एवं प्रभावी प्रशासनिक व्यवस्था के लिए बिना राजनैतिक पक्षपात के राज्य सरकार ग्रेटर महापौर को जेसीटीएसएल का स्थाई चैयरमेन नियुक्त करे।