November 24, 2024
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जयपुर-21 सितंबर को दिन दहाड़े जयपुर के बनीपार्क क्षेत्र में अजय यादव की हत्या करने के मामले मे पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। डीसीपी रिचा तोमर ने हत्या के इस मामले में, हत्या के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।बनीपार्क थाना पुलिस और डीसीपी की स्पेशल टीम ने हत्या के आरोपियों की तलाश में दर्जनों सीसी टीवी कैमरे खंगाले, सूचनाओं का संकलन किया और उसके बाद जयपुर से हरियाणा तक कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए हत्या के दो आरोपियों को दबोचा। अन्य आरोपियों की तलाश में टीमें अलग-अलग स्थानों पर दबिश दे रही हैं।

अजय यादव को दिन दहाड़े गोलियां से भून दिया गया था और उसके बाद पत्थर से उसका सिर कुचल दिया गया था। पूरे हत्याकांड में जयपुर सेंट्रल जेल में बंद बदमाशों से भी कनेक्शन जुड़ रहा था।

दरअसल अजय यादव और वैशाली नगर थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर मुकेश यादव 2008 से 2016 तक गहरे दोस्त रहे। लेकिन साल 2015 में गगन पंडित पर फायरिंग केस में अजय का नाम आने के बाद अजय यादव ने मुकेश यादव से फरारी काटने के लिए मदद मांगी तो मुकेश ने मदद नहीं की। उसके बाद से दोनो में दूरी होने लगी। उसके बाद कुछ जमीन के केस में दोनो कई बार आमने सामने भी हुए। इसके बाद मुकेश यादव झोटवाडा के हिस्ट्रीशीटर प्रदीप यादव के संपर्क मैं आ गया।दोनो ने अपने और साथियों के साथ सोशल मीडिया पर अपनी गैंग को मजबूत दिखाने के लिए फोटोज डाले।

इससे अजय यादव और उसके साथी प्रदीप यादव पर भी खुन्नस खाने लगे। इससे बाद पिछले साल मार्च में अजय यादव के साथियों हिमांशु जांगिड और बंटी शर्मा ने प्रदीप यादव के झोटवाड़ा स्थित कार्यालय में घुसकर उसे गोलियां मार दी। गोलियां से उसकी जान तो बच गई लेकिन शरीर का एक हिस्सा लगवाग्रस्त हो गया।

इस कांड का जिम्मेदार प्रदीप और मुकेश ने अजय को ही मानने माना और अजय से बदला लेने की साजिश रचने लगे। प्रदीप और मुकेश को पता चला कि अजय लगभग हर दिन सूत मिल बनीपार्क की ओर आता है और चाय पीता है।प्रदीप ने इस मौके पर ही अजय की हत्या करने की साजिश बिस्तर पर लेटे-लेटे रच डाली। उसने साथियों को जमा किया और उसके बाद 21 सितंबर को अजय की हत्या करा दी। इस हत्याकांड में सात लोग नामजद हैं।

इनमें से दो को पुलिस ने पकडा है। इनमें से एक जयराज सिंह हत्यारों को फरारी के दौरान मोबाइल सिम उपलब्ध कराने वाला है और दूसरा प्रवीण कुमार उर्फ पवन यादव हत्यारों को हरियाणा में शरण देने वाला है। मुख्य हत्यारे अभी पकड से बाहर हैं।

डीसीपी रिचा तोमर ने बताया कि दो स्कूटी पर जो चार बदमाश सवार थे उनके नाम मुकेश यादव, वीरेन्द्र सिंह, अक्षय सिह और एक अन्य है। प्रदीप यादव बेड रेस्ट पर है। उसे भी जल्द ही गिरफ्तार करने की तैयारी की जा रही है। एक अन्य बदमाश मुकेश यादव के साथ फरार चल रहा है।

तहलका डॉट न्यूज