- राजस्थान अनुसूचित जाति/जनजाति एवं मूल ओबीसी एकता महासंघ की बैठक आयोजित
- महासंघ का द्वितीय अधिवेशन 3 अक्टूबर कोसर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किये जाने का लिया निर्णय
- राजेश हाड़िया अध्यक्ष व बलवंत मीना महामंत्री मनोनीत
कोटपूतली (संजय जोशी)- राजस्थान अनुसूचित जाति/जन जाति एवं मूल ओबीसी एकता महासंघ की प्रबन्ध कार्यकारिणी की रविवार को बैठक का आयोजन किया गया। बैठक को सम्बोधित करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता नित्येन्द्र मानव ने कहा कि सदियों से चले आ रहे जातिगत शोषण व अत्याचारों से मुक्ति सिर्फ संविधान को मानने से ही मिल सकती है। संविधान ने तमाम रूढ़िवादी व शोषणकारी परम्पराओं का निषेध कर प्रत्येक व्यक्ति को समानता का अधिकार व आगे बढ़ने के समान अवसर उपलब्ध करवाए हैं। इसलिए हम सब एकजुट होकर अंधविश्वासों एवं रूढ़िवादी सोच का त्याग कर संवैधानिक सीमाओं में रहकर तथा एक-दूसरे का सहयोग व सम्मान करते हुए आगे बढ़ना होगा। अध्यक्षता महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष शंकर लाल थानेदार ने की। इस दौरान आगामी 3 अक्टूबर को पावटा कस्बे में महासंघ का द्वितीय अधिवेशन आयोजित किये जाने का निर्णय लिया गया। साथ ही द्वितीय निःशुल्क सर्वजातीय विवाह सम्मेलन आयोजित किये जाने पर भी चर्चा की गई। बैठक में सर्वसम्मति से प्रागपुरा निवासी राजेश हाड़िया को महासंघ की पावटा तहसील का अध्यक्ष व पावटा निवासी बलवंत मीना को महामंत्री मनोनीत किया गया। उपाध्यक्ष भैरू हुल्डा ने आभार प्रकट किया। बैठक में महामंत्री लालचन्द मीणा, मनीष वर्मा, मनीष निमोरिया, तेजपाल पहाड़ीवाल, कृष्ण वर्मा सहित अनेक लोग मौजुद रहें।