जयपुर: आज दिनांक 29 अगस्त 2019, राजस्थान अभिभावक संघ द्वारा 13 सितम्बर सोमवार, विधानसभा घेराव को लेकर पीले चावल बांटे गये और वर्तमान पूंजीवादी शिक्षा व्यवस्था के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया गया।जनजागरण कार्यक्रम के तहत 500 से ज्यादा व्यक्तियों सें संम्पर्क साधा गया और आंदोलन की जानकारी साझा की गई। सरकार के स्कुल खोले जाने के निर्णय को लेकर आम जनता का कहना है, जहाँ कोरोना की तीसरी लहर, दस्तक देने को तैयार है और उसी दरम्यान स्कुलों का खोला जाना, तीसरी लहर को दावत देने जैसा है, बच्चों का इम्मूयन सिस्टम अच्छा हो सकता है लेकिन कैरियर तो साबित हो सकते हैं। हमारे आने वाले भविष्य, देश को उन्नति की राह दिखाने वाले विद्यार्थियों पर सियासत करना उचित नहीं हैं।
जनता सरकार के साथ खडी है लेकिन सरकार को दबाव की राजनिति से ऊपर उठकर जनता के लिये, कोरोना काल की विभीषिका को देखते हुये, निजी स्कुलों के खिलाफ ठोस कदम उठाने चाहिये, जिससे जनता के साथ न्याय हो सके।
विश्व के अनेक विकसित देशों, जहाँ स्वास्थ्य की आधारभूत सुविधाएं बेहतरीन दर्जे की हैं, कोरोना के कारण अनेकानेक बच्चों ने अपनी जान गंवाई है उदाहरण के तौर पर इंडोनेशिया में कोरोना के कारण 800 बच्चों की अकाल मृत्यु हुई है। इस तथ्य को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता जहां हम अभी तक आधारभूत स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित हैं।
अमेरिका जैसे देश में भी स्थिति विकट है, जहाँ दो लाख से भी अधिक बच्चे संक्रमित हो चुके हैं और तो और मूम्बई में कई बच्चे संक्रमित हो गये जिनकी उम्र बारह साल से भी कम है। इन आंकडों को नजरअंदाज करना हमें बहुत भारी पडने वाला है।
हमें अन्य राज्यों व देशों से सबक ले लेना चाहिये और स्कुल खोलने की जल्दबाजी कदापि नहीं करना चाहिये।
13 सितम्बर विधानसभा घेराव को लेकर आम जनता तैयार है, जिस विश्वास को बैलेट बाक्स में डालती है उस पर कूठाराघात बर्दाश्त नहीं करेगी। आज गणमान्य श्री सुशील शर्मा जी, राकेश जैन जी, ईशान शर्मा जी, नरेश कृपलानी जी, योगेंद्र शर्मा जी व कई सदस्य उपस्थित रहे और जनता को ज्ञापन रूपी मांग पत्र के बिंदुओं से अवगत् कराया।
तहलका डॉट न्यूज