कोटपूतली (संजय जोशी)। गुर्जर समाज में आयरन लेडी के नाम सुप्रसिद्ध निकटवर्ती ग्राम चिमनपुरा निवासी समाजसेविका संजू रावत पत्नी भोजराज रावत का मंगलवार देर शाम प्रदेश की राजधानी जयपुर के संतोकबा दुर्लभजी अस्पताल में ईलाज के दौरान 33 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उल्लेखनीय है कि संजू रावत विगत लगभग 4 माह से गंभीर रूप से बीमार चल रही थी।
जिसके बाद से ही उनका राजधानी जयपुर में उपचार जारी था। संजू रावत का बुधवार को ग्राम चिमनपुरा में बेहद गमगीन माहौल में अन्तिम संस्कार किया गया। उनकी चिता को पुत्र विनोद द्वारा मुखाग्नि दी गई। पारिवारिक सदस्य व युवा कांग्रेस कोटपूतली के विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष राकेश रावत ने बताया कि श्रीमती संजू रावत के दादा स्व. ओमकार मल गुर्जर निकटवर्ती ग्राम टोरडा के सरपंच रहे है। इस दौरान रावत परिवार से पूर्व विधायक रामचन्द्र रावत, सरपंच संघ के पूर्व
अध्यक्ष पुष्कर रावत, कांग्रेस नेता छीत्तर रावत समेत बड़ी संख्या में
ग्रामीण मौजुद थे। गुर्जर आरक्षण आन्दोलन में निभाई सक्रिय भुमिका :- उल्लेखनीय है कि संजू रावत ने बतौर महिला कार्यकर्ता गुर्जर आरक्षण आन्दोलन में गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के साथ महत्वपूर्ण भुमिका निभाई। बतौर सामाजिक कार्यकर्ता महिला अधिकारों एवं बालिका शिक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण भुमिका निभाई। रावत महिलाओं के सामाजिक व राजनैतिक क्षेत्र में प्रतिनिधित्व की प्रबल पक्षधर थी।
उनके आकस्मिक निधन पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला, पूर्व केन्द्रिय मंत्री एवं क्षेत्रिय सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ व
युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव भीम पटेल ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
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