केशवरायपाटन(बूंदी): शहर में देर रात बड़ा हादसा होने से हड़कंप मच गया. शहर के नाव घाट रोड पर स्थित महेंद्र केवट के परिवार पर आफत की बरसात कहर बनकर टूट गई और परिवार तबाह हो गया. देर रात को मृतक महेंद्र के मकान पर समीप ही बनी नगर पालिका की सुरक्षा दीवार आ गिरी. इससे मकान ढह गया और घर मे सो रहे 7 जने मलबे में दब गए. धमाके की आहट से पड़ोसी दौड़कर पहुंचे और केशवरायपाटन पुलिस को सूचना दी.
सूचना पर पहुंची पुलिस ने पड़ोसियों व पालिका के नाम मात्र कर्मचारियों के सहयोग से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जिसमे एक महिला व बच्ची को गम्भीर घायल अवस्था मे बाहर निकाल कोटा रेफर करवाया तो अन्य पांच जनो को बाहर निकाने के लिए लम्बे समय तक जेसीबी की बाट जोहनी पड़ी. इस दौरान कोटा रेफर दोनों घायलों ने भी दम तोड़ दिया.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी दुख व्यक्त किया:
इस हादसे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ट्वीट करते हुए दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि बूंदी के केशोरायपाटन में दीवार गिरने से मकान ढहने पर हुए हादसे में 7 लोगों की मृत्यु बेहद दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रभावितों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं, ईश्वर उन्हें इस कठिन समय में सम्बल दें एवं दिवंगतों की आत्मा को शान्ति प्रदान करें.
माकूल व्यवस्था के चलते समय पर पालिका की जेसीबी नहीं मिल सकी:
पालिका प्रशासन की माकूल व्यवस्था के चलते समय पर पालिका की जेसीबी नहीं मिल सकी. ऐसे में अन्य जेसीबी मंगवाकर सुबह साढ़े पांच बजे पुनः रेस्क्यू चलाया गया. पुलिस उपाधीक्षक नीतिराज सिंह व पालिकाध्यक्ष कन्हैयालाल कराड घटनास्थल पर मौजूद रहे. वहीं घटना स्थल पर जिला कलेक्टर आशीष गुप्ता व एसपी शिवराज मीणा ने पहुचकर जायजा लिया. बाद में एनडीआरएफ व सिविल डिफेंस की टीमो ने करीब 10 घण्टो तक रेस्क्यू कर अन्य पांच शवों को भी मलबे से बाहर निकाल लिया.
ये बने काल का ग्रास:
महेंद्र केवट आयु 40 वर्ष, अनिता आयु 35 वर्ष, खुशी, दीपिका व एक पुत्र कान्हा मौत का ग्रास बने तो महावीर केवट की पत्नी मीरा आयु 35 वर्ष व पुत्री तमन्ना भी हादसे का शिकार हो गई.
एक साथ उठी सात अर्थियां तो भावुक हुए शहरवासी:
शहर में में हुए इस हादसे से एकाएक हर कोई अचंबित था. सभी के शवों को राजकीय सामुदायिक चिकित्सालय केशवरायपाटन की मोर्चरी से पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द किया गया. जिनका गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया.
पालिका की सुरक्षा दीवार के निर्माण पर उठे सवाल:
शहरवासियों की माने तो हादसे का कारण पालिका की सुरक्षा दीवार ढहना रहा है. शहरवासियों का मानना था कि सुरक्षा दीवार का निर्माण पिछले बोर्ड में करवाया गया था. जिसमे गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया. इसके चलते वो मकान पर आ गिरी.
तहलका डॉट न्यूज (मनोज प्रजापत)