हाइवे की हालत खस्टा हाल टोल वसूली को लेकर वाहन चालको में आक्रोश उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर टोल वसूली बन्द करने की रखी मांग।
मेड़ता-पाली स्टेट हाइवे पर ग्राम जसनगर से मेड़ता हाईवे की हालत खस्ताहाल है। सड़क में जगह-जगह गड्ढे होने और डामर उखड़ने के कारण वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद भी टोल टैक्स पूरा वसूला जा रहा है। इससे वाहन चालकों में आक्रोश है। साथ ही जसनगर धनेरिया समदोलाव कत्यासनी भवाल लोकल क्षेत्र होने के बावजूद टोल वसूली को लेकर आए दिन टोल कर्मचारियों के बीच विवाद एवं कहा सुनी की स्थिति बनती है।
आक्रोशित वाहन चालकों का कहना है कि टोल बने सालों गुजर गए इसके बावजूद हाईवे किनारे पौधे नहीं लगाए गए हैं। इसके बावजूद जिम्मेदार विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। किसान आंदोलन एवं लॉक डाउन में नेशनल हाईवे के टोल वसूली बन्द है बावजूद इस के इसव टोल पर वाहन चालकों से टोल की वसूली लगातार जारी है जो जांच का विषय है
हाइवे की हालत काफी खस्ताहाल हो चुकी है। कई जगह गहरे गड्ढे होने के साथ ही रोड पर गिट्टी बिखरी पड़ी हैं। हाईवे पर यातायात का दबाव अधिक है। ऐसे में रोड की बदहाल स्थिति के कारण दुर्घटनाएं घटित होने की आशंका बनी रहती है। इसके साथ ही जसनगर-मेड़ता के बीच भी सड़क कई जगह से उखड़ चुकी है। वाहनों से टोल वसूली के लिए टोल धनेरिया स्मदोलाव के नजदीक स्थित है।
टोल टैक्स वसूलने वाला ठेकेदार रोड की बदहाल स्थिति की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है जबकि वाहन चालकों को सेवा शुल्क देने के बाद भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी प्रकार जसनगर से रास के बीच भी सड़क की हालत खराब है। डामर उखड़ने से यहां वाहन चालन दूभर हो रहा है।
गड्ढों में भरी जा रही है मिट्टी सड़क में स्थित बड़े-बड़े गड्ढों को मिट्टी से भरा जा रहा है जो कि वाहनों के आवागमन से धूल में तब्दील होकर चालकों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। इसके अलावा बारिश में यह कीचड़ में परिवर्तित होकर दो पहिया वाहन चालकों के लिए दुर्घटना का सबब बन सकती है। इस प्रकार के हालत जसनगर-मेड़ता के बीच की सड़क पर आसानी से देखे जा सकते हैं।
परेशान वाहन चालकों ने बताया कि टैक्स तो पूरा वसूलते हैं फिर भी सड़क बदहाल लोकल गांव के लोगों से भी वसूल रहे टैक्स ग्राम जसनगर से टोल बूथ की दूरी 4 किमी है।
इससे गांव वालों का जाना-आना दिनभर लगा रहता है, लेकिन ठेकेदार यहां के इनसे जितनी बार निकलते हैं। उतनी बार ही टैक्स वसूला जाता है। साथ ही टोल कर्मियों का व्यवहार भी संतोषजनक नहीं होता। साथ ही यहां पर तैनात कर्मचारी यात्रियों के साथ छोटी-छोटी बात पर भी उलझ जाते हैं।
उपखंड अधिकारी रियांबड़ी सुरेश के एम को दिए गए ज्ञापन में बताया कि मेड़ता-पाली स्टेट हाइवे को बने सालों हो गए हैं। हाइवे के किनारे हरियाली के लिए पेड़-पौधे लगाने के साथ ही टैक्स-दाताओं को पीने के पानी तथा शौचालय की सुविधा तक नहीं है ऐसे में सम्बन्धित ठेकेदार पर भी कार्यवाही होनी चाहिए।
अधिकारी ने कहा कराई जाएगी जांच
ठेकेदार द्वारा अनुबंध किया था। उसमें शर्तों के आधार पर सुविधाएं देने की बात कही गई थी। यदि ठेकेदार उन सुविधाओं का लाभ लोगों को नहीं दे रहा है और पूरा टोल वसूल रहा है तो जांच कर ठेकेदार के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी ।
तहलका डॉट न्यूज़
संवाददाता (पवन कुमार सागर) रिया बड़ी, नागौर