September 30, 2024

प्रदेश में कोरोना के मामले कम होने के साथ ही अब वैक्सीनेशन पर फोकस किया जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वीसी के जरिए आज पंचायत स्तर से लेकर ब्लॉक और जिला लेवल तक वैक्सीनेशन पर संवाद कर रहे हैं। संवाद की शुरुआत एक्सपर्ट ने की है। एक्सपर्ट्स ने लॉकडाउन हटने के बाद अब वैक्सीनेशन और कोविड प्रोटोकॉल की पालना करने की सलाह दी है।

सीएम के कोरोना कोर कोर ग्रुप से जुड़े एक्सपर्ट डॉ. वीरेंद्र सिंह ने कहा- राजस्थान का सबसे अधिक वैक्सीनेशन हुआ है। वैक्सीनेशन को लेकर कई तरह की भ्रातिंया हैं, आम लोगों को इनसे बचने की जरूरत है। कोरोना वैक्सीन हेलमेट की तरह है, इंफेक्शन से नहीं बचाता है मौत से बचाता है। तीसरी वेव में दो तीन माह का हमें वक्त मिला है। जिस तरह हेलमेट एक्सीडेंट से नहीं मौत से बचाता है, उसी तरह वैक्सीन कोरोना संक्रमण से नहीं मौत से बचाता है। इस वक्त में हमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगा देनी चाहिए। वैक्सीनेशन को प्रगति देकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचाएं।

कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं करना तीसरी वेव को न्योता देना जैसा
राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ सांइसेज के कुलपति डॉ. राजाबाबू पंचार ने कहा- राजाबाबू पंवार ने कहा कि तीसरी लहर से बचने अभी से इंतजाम करने होंगे। अगर हम यहां सामाजिक, धार्मिक गैदरिंग करेंगे और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं करेंगे, मास्क नहीं लगाएंगे तो तीसरी वेव को न्योता देगे। लॉकडाउन हटने के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। जिन देशों में लॉकडाउन में छूट दी है वहां लापरवाही के कारण तीसरी बार लॉकडाउन लगाने पड़ रहे हैं। हमें वैक्सीनेशन पर ज्यादा से ज्यादा फोकस क​रना होगा।

सुधीर भंडारी बोले- खतरा अभी टलना नहीं, सावधानी रखना जरूरी
सुधीर भंडारी ने कहा, अभी खतरा टला नहीं है। अभी हर्ड इम्युनिटी नहीं आई है। अभी भी हमें सावधानी बरतने की जरूरत है। हमारे देश में डेल्टा वैरिएंट का असर है। अगर आप वैक्सीन लगाए हुए हैं तो डेल्टा वैरिएंट के बावजूद खतरा कम हो जाता है। लॉकडाउन हटने के बाद अब भी हमें कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना है। लोग अब भी सेंट्रल एसी वाले मॉल और जगहों पर जाने से बचें। तीसरी लहर आती भी है तेा हम पूरी तरह तैयार हैं, लेकिन इसके लिए वैक्सीनेशन पर जोर देना होगा।

तहलका न्यूज़ साभार दैनिक भास्कर