जयपुर-स्वामी श्री बालमुकुंद आचार्य जी महाराज हाथोज
धाम ने नरसिंह जयंती की सभी प्रदेशवासियों को बधाई हो शुभकामना देते हुए बताया कि वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को नरसिंह जयंती का पर्व मनाया जाता है।
भगवान विष्णु ने भक्तराज प्रह्लाद को राक्षस हिरण्यकश्यप से बचाने के लिए नरसिंह अवतार लिया था। भगवान का अवतार आधा नर आधा सिंह का था इसलिए इस नरसिंह अवतार कहा जाता है।
नरसिंह जयंती के दिन व्रत रखने से भक्तों के सभी दुःख दर्द एवं क्लेश दूर हो जाते हैं। और उसे ऐश्वर्य और यश की प्राप्ति होती है। इस व्रत को करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है और इंसान का जीवन आनंदमई हो जाता है।
शास्त्रों में भगवान विष्णु का नरसिंह चौथा अवतार बताया गया है। उस दिन इनकी पूजा करने से बड़े से बड़े कष्ट दूर हो जाते हैं और भगवान रक्षा के लिए स्वयं मौजूद रहते हैं।