September 20, 2024
  • “आओ साथ चले” संस्था ने लिया पीड़ित परिवार को गोद, खाद्य सामग्री, दवाइयां और मासिक पेंशन की ली जिम्मेदारी

कोटपूतली।(संजय जोशी)

कई बार अच्छी भली जिंदगी में अचानक मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ता है, तब सब दरवाजे बंद नजर आने लगते हैं। लेकिन इस बीच जिंदगी में कोई न कोई फरिश्ता बनकर आ ही जाता है। नारेहड़ा निवासी महावीर आर्य के परिवार की जिंदगी में भी कुछ ऐसा ही हुआ। इसे ईश्वर की नियति कहे या समय का फेर। परिवार के मुखिया के कैंसर है, तो पत्नी के टीबी, एक बेटा दिव्यांग, तीन बच्चियों की भविष्य की चिंता, ऊपर से परिवार की माली हालत और सामने बेबस जिंदगी। इस परिवार की स्थिति के बारे में 3 साल पहले गांव के ही समाजसेवी संजय सिंह राजपूत ने आओ साथ चलें संस्था के राष्ट्रीय संयोजक विष्णु मित्तल को परिवार की हालत के बारे में बताया।

जिसके बाद संस्था की ओर से इस परिवार को गोद लेने का निर्णय लिया। तभी से पीड़ित परिवार को समय समय पर खाद्य सामग्री भिजवाई जा रही है। सोमवार को भी राष्ट्रीय संयोजक विष्णु मित्तल के निर्देश पर संस्था के स्थानीय संयोजक आनंद मित्तल ने पीड़ित के घर जाकर खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई। जिस पर परिवार के लोगो की आंखों में खुशी के आंसू झलक पड़े।

संयोजक विष्णु मित्तल ने बताया कि इस परिवार के लिए संस्था की ओर से दवाइयां, खाद्य सामग्री के साथ साथ अब 3 हजार रु मासिक पेंशन भी दी जाएगी। इसके अलावा बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी संस्था ही वहन करेगी। इससे पहले भी संस्था की ओर से पीड़ित मुखिया को दिल्ली के राम मनोहर अस्पताल में दिखाकर जांच एवं दवाइयां दिलवाई गई थी।

कैंसर बीमारी में लगने वाले इंजेक्शन की कीमत 15 हजार के करीब होती है। वो भी 10 से ज्यादा इंजेक्शन लगवाए गए। संयोजक मित्तल का कहना है कि हमारी संस्था को कही से भी किसी पीड़ित व्यक्ति की जानकारी मिलती है, तो तत्काल उसकी मदद करने की कोशिश करते है। इस पर संजय सिंह राजपूत ने विष्णुुु मित्तल व उनकी टीम का आभार जताया है।

तहलका डॉट न्यूज