कोटपूतली- कोरोना की भयावहता के बीच आज भी कई लोग है जो मानवता की मिसाल पेश कर रहे हैं। ऐसे ही लोगो मे से गोनेड़ा के सतीश जांगिड़ है जो जयपुर के एसएमएस के कोरोना वार्ड में नर्सिंग ऑफिसर पद पर तैनात है। वे माता पिता व बच्चों से दूर रहकर कोरोना मरीजों का ईलाज करने में लगे हुये हैं। जांगिड़ बताते है कि उनके दिल में पीड़ित लोगों की सेवा करने का जज्बा इस कदर बैठा हुआ है, कि घर परिवार से पहले अपना फर्ज याद आता है।
ऐसे में अपनी 6 माह की छोटी बच्ची व पत्नी को अपने ससुराल में छोड़कर पिछले 2 महीनों से लगातार कोरोना मरीजों के ईलाज में जुटे हुए हैं। हालांकि इस बीच घर परिवार के लोगो की याद जरूर आती है। लेकिन अपने फर्ज के आगे सबको भूलना पड़ता है। ऐसे में बच्चों से भी वीडियो कॉलिंग के जरिए ही बात हो पाती है। वही गांव में रह रहे सतीश के पिता प्रहलाद जांगिड़ व माता अंची देवी बेटे को फोन पर यही कहती है कि कोरोना से बचाव करते हुए अपनी डयूटी करते रहना है।