पडांगा(अनिल सैन) शीतला सप्तमी के अवसर पर पडांगा में रंग-गुलाल से जमकर उल्लास बिखरा। महिलाओं ने एक दिन पूर्व बनाए गए विभिन्न व्यंजनों से शीतला माता का पूजन कर परिवार खुशहाली की कामना की। बाद में जमकर रंग-गुलाल से एक-दूसरे के साथ होली खेलते हुए पर्व मनाया गया। पर्व के चलते भामाशाह सुनील कावड़िया ने महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था कराई।
ज्ञात रहे कि गांव में शीतला सप्तमी के अवसर पर महिलाओं ने माता की पूजा-अर्चना के बाद होली खेलने की परम्परा है। इसके चलते ही सोमवार अलसुबह ही गांव में शीतला माता की पूजा का दौर प्रारंभ हुआ।
सप्तमी के चलते एक दिन पूर्व बनाए गए नाना व्यंजनों से सुबह माता को भोग लगाकर परिवार खुशहाली की कामना की गई। पर्व को देखते हुए भामाशाह सुनील कावड़िया द्वारा महिलाओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए। पूजन के बाद महिलाएं एकजुट होकर होली खेलने लगी। भामाशाह कावड़िया की ओर से समधुर भजन बरखा के बीच किए गए इंतजाम के बीच विभिन्न मार्गों से जुलूस के रूप में महिलाएं होली खेलते हुए निकली। ग्रामीणों की ओर से सरपंच बालचंद और भामाशाह कावड़िया का अभिनंदन भी किया गया। बाद में महिलाओं के लिए प्रसाद का वितरण किया गया।
इस दौरान लक्ष्मणसिंह राठौड़, नारायण सिंह राठौड़, जितेन्द्र सिंह राठौड़, कानसिंह राठौड़, मुकेश सेन, भंवरलाल जांगिड़, रमेश तिवाड़ी, कान सिंह, बाबूलाल जांगिड़, रतन जांगिड़, रामदेव चौधरी, नारायण सिंह भाटी, घेवरचंद रायका, भंवरलाल जांगिड़, रतनलाल हेमा भड़ाना, हेमराज रायका, अमरचंद भाटी, मेवा बैरवा, पांचू बैरवा, रमेश रायका, सत्यनारायण गोस्वामी, शिवराज आदि मौजूद थे।
तहलका.न्यूज़