कोटपुतली ।(संजय जोशी )एक तरफ सरकार कई बड़े गांव के लिए जल जीवन मिशन के तहत पीने के पानी के लिए योजनाएं बना रही हैं । वही आज भी कई छोटे गांव व ढाणी पीने के पानी को मोहताज है । उनको आज भी दूरदराज से पीने के पानी के लिए कड़ी धूप में मशक्कत करनी पड़ रही है । बनेठी के रामनगर जिसकी आबादी पंद्रह सौ के लगभग है । और 70% पशुधन लोगों के पास है ।
इस गांव में पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है । दूसरी ओर पानी की किल्लत के चलते ग्रामीणों को मजबूरन खुले में शौच जाना पड़ रहा है । वही पशुओं के लिए भी जल संकट पैदा हो गया है । ग्रामीण विक्रम सिंह राठौड़, पूर्व पंच कबूल सिंह, व भैरूराम आर्य ने बताया कि 10 साल पूर्व गांव के लिए एक सिंगल फेज बोरिंग प्रस्तावित हुई थी । जो 2 साल से जल स्तर नीचे चले जाने से नकारा हो गई है ।
पेयजल संकट को लेकर अनेक बार ग्रामीणों ने प्रदर्शन भी किया । लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई । ग्रामीण विक्रम, मोहनलाल, कस्तूरी ,रजवन, विमला कवर आदि ने बताया कि तेज धूप में बुजुर्ग महिलाओं व बच्चों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है । ग्रामीण विक्रम, राजेंद्र, मानसिंह, श्यामसिंह आदि ने बताया कि पानी की समस्या के बारे में हमने पंचायत प्रशासन, प्रशासनिक अधिकारी व जनप्रतिनिधियों को कई बार अवगत कराया । लेकिन आज तक समस्या का समाधान नहीं हुआ । ग्रामीणों ने बताया कि सरकारी टैंकरों की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को निजी टैंकरों से पानी मंगवाना पड़ रहा है । जिससे आर्थिक भार वहन करना पड़ रहा है ।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि शीघ्र पेयजल समस्या से छुटकारा नहीं दिलाया गया तो लोगों को मजबूर होकर आंदोलन करना पड़ेगा ।बनेठी सरपंच कमलेश कंवर ने बताया कि जल स्तर नीचे चले जाने की वजह से समस्या बनी हुई है । वही सरकारी टैंकर मंगवाने के लिए अधिकारियों को अवगत करवा दिया है ।जलदाय विभाग के ए ई एन दिनेश जांगिड़ ने बताया कि जलस्तर नीचे चले जाने की वजह से समस्या बनी हुई है अभी वैकल्पिक व्यवस्था के लिए सरकारी टैंकरों की व्यवस्था करवाई जाएगी ।
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