जयपुर-पीरियोडिकल प्रेस ऑफ इंडिया के बैनर तले पत्रकार सुरक्षा की मांग को लेकर विधानसभा में प्रमुख शासन सचिव को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया। पीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष सन्नी आत्रेय ने बताया कि कल 14 फरवरी को राजमहल पैलेस से सिविल लाइन फाटक तक शांतिपूर्ण पैदल मार्च निकाला गया था वहां पर मुख्यमंत्री को ज्ञापन देना था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री कल विधानसभा में आपका ज्ञापन लेंगे। मुख्यमंत्री के बजट में व्यस्त रहने के कारण प्रमुख शासन सचिव को विधानसभा में ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में 9 सूत्री मांगे रखी गई है-
1-दिवंगत पत्रकार अभिषेक सोनी के परिवार को 1 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद एवं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी।
2-पत्रकार सुरक्षा कानून राज्य सरकार तुरंत प्रभाव से लागू करें।
3-वरिष्ठ पत्रकार सन्नी आत्रेय को जान से मारने की धमकी देने वाले के मामले की जांच कर आरोपी को गिरफ्तार किया जाए।
4-डिजिटल मीडिया के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए इसे सरकारी मान्यता दी जाए।
5-गैर अधिस्वीकृत पत्रकारों के लिए मेडिकल डायरी के नियम में शिथिलता बरती जाए।
6-गैर अधिस्वीकृत पत्रकारों के लिए भी पेंशन सुविधा शुरू की जाए।
7-ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले पत्रकारों को मुख्यालय तक आने-जाने के लिए रोडवेज बस सेवा निशुल्क की जाए।
8-पत्रकारों के होनाहार बच्चों के लिए राज्य सरकार की ओर से निशुल्क शिक्षा प्रदान की जावे।
9-पत्रकारों को प्रोत्साहन के लिए विशेष पुरस्कार देने की योजना शुरू की जाए।
इस अवसर पर पीरियोडिकल प्रेस ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सुरेंद्र शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष सन्नी आत्रेय, तहलका. न्यूज़ के प्रधान संपादक भरत शर्मा, अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रामनारायण मावलिया, मनोज टांक, दिवंगत पत्रकार अभिषेक सोनी की बहन मौजूद रही।